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क्विनोआ या ओट्स, दोनों में से क्‍या है हेल्‍दी ब्रेकफास्‍ट का बेहतर ऑप्‍शन

Neha Dani
17 Jun 2022 3:56 AM GMT
क्विनोआ या ओट्स, दोनों में से क्‍या है हेल्‍दी ब्रेकफास्‍ट का बेहतर ऑप्‍शन
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क्विनोआ में लगभग 5 ग्राम फाइबर होता है, जबकि पके हुए ओट्स में एक कप में 4 ग्राम फाइबर मौजूद होता है।

दिन की शुरुआत में हम सभी कुछ हेल्दी खाना चाहते हैं और ऐसे में सबसे पहले ओट्स खाने का ही ख्याल मन में आता है। ओट्स को लोग अपने नाश्ते में कई अलग-अलग तरीकों से शामिल करना पसंद करते हैं। लेकिन ओट्स के अलावा क्विनोआ को भी एक सुपरफूड के रूप में देखा जाता है, जो बेहद आसानी से अवेलेबल है। यह दोनों ही सेहत के लिए लाभकारी हैं। लेकिन फिर भी अक्सर लोगों के मन में यह कशमकश रहती है कि वह इन दोनों में से किसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ओट्स व क्विनोआ के बीच के अंतर के बारे में बता रहे हैं-

क्विनोआ और दलिया में प्रोटीन कंटेंट
क्विनोआ के सेवन का एक मुख्य लाभ यह है कि इसमें प्रोटीन कंटेंट काफी अधिक होता है। जहां एक कप पके हुए क्विनोआ से ग्राम प्रोटीन मिलता है, वहीं एक कप पके हुए ओटमील में 6 ग्राम प्रोटीन होता है। इतना ही नहीं, क्विनोआ प्रोटीन की गुणवत्ता में भी ओट्स से आगे निकल जाता है। जहां क्विनोआ में पूर्ण प्रोटीन में आवश्यक सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जबकि ओटमील का प्रोटीन केवल कुछ आवश्यक अमीनो एसिड प्रदान करता है। इसका मतलब यह है कि क्विनोआ आपके शरीर के हेल्दी टिश्यू को बनाए रखने, इम्युन फंक्शन को सपोर्ट करने और टिश्यू तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए आवश्यक हर प्रकार का अमीनो एसिड प्रदान करता है।
क्विनोआ और दलिया में फाइबर कंटेंट
क्विनोआ और दलिया दोनों ही फाइबर के बेहतरीन स्रोत के रूप में काम करते हैं। हालांकि क्विनोआ हर सर्विंग में थोड़ा अधिक फाइबर प्रदान करता है। अपने आहार में फाइबर को शामिल करने से न केवल पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। यह कब्ज से लड़ता है और डायवर्टीकुलोसिस जैसे पाचन विकारों को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, फाइबर आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करवाता है और मोटापे से लड़ता है। साथ ही, टाइप 2 मधुमेह को रोकता है। बता दें कि एक कप पके हुए क्विनोआ में लगभग 5 ग्राम फाइबर होता है, जबकि पके हुए ओट्स में एक कप में 4 ग्राम फाइबर मौजूद होता है।


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