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योगासनों का अभ्यास शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है, यह हम सभी जानते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। योगासनों का अभ्यास शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है, यह हम सभी जानते हैं। तनाव को कम करने, मामूली दर्द से राहत, चिंता दूर करने और नींद की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए योगासनों का अभ्यास करके लाभ प्राप्त किया जाता रहा है। पर क्या आप जानते हैं कि कुछ योगासन न सिर्फ पैरों के दर्द को आसानी से कम करने में कारगर हैं साथ ही यह पैरों को मजबूत बनाने और लचीलेपन में सुधार करने में भी कारगर हो सकते हैं?
संपूर्ण शरीर का भार पैरों की मांसपेशियों पर ही होता है, ऐसे में कुछ स्थितियों में इनमें दर्द की समस्या देखने को मिलती रही है, हालांकि यदि आपको यह दर्द अक्सर ही होता रहता है तो इस बारे में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इसपर ध्यान न देने से हड्डियों और मांसपेशियों की समस्या हो सकती है जिसके कारण आपके लिए चलना और उठना तक भी कठिन हो सकता है।
पैरों को मजबूत बनाने, शरीर के निचले हिस्से में संतुलन, लचीलापन और इनकी ताकत में सुधार करने में योगासनों के अभ्यास की आदत मददगार हो सकती है। आइए जानते हैं कि विशेषज्ञ इसके लिए किन योगासनों के अभ्यास की सलाह देते हैं?
अधोमुख शवासन योग का अभ्यास
अधोमुख शवासन योग पैरों और शरीर के निचले हिस्से की ताकत में सुधार करने के साथ रक्त संचरण को बढ़ाने और पैरों की हड्डी-मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में काफी फायदेमंद माना जाता है। यह योग मुद्रा आपके हैमस्ट्रिंग, ग्लूट्स, पिंडलियों और पीठ के निचले हिस्से के लिए भी फायदेमंद है। जिन लोगों को अक्सर पैरों में दर्द की समस्या बनी रहती है वह इस योग का अभ्यास करके लाभ पा सकते हैं। अधोमुख शवासन योग भविष्य में गठिया होने के खतरे को भी कम कर देती है।
वारियर पोज का अभ्यास
वारियर पोज को संपूर्ण शरीर की शक्ति में सुधार करने वाले योगाभ्यास के तौर पर जाना जाता है। यह मुद्रा पैरों को मजबूत बनाने, शरीर के बेहतर संतुलन और स्थिरता में सुधार करने और आपके कूल्हों और कमर की मांसपेशियों को फैलाने में काफी सहायक है। वारियर पोज के अभ्यास की आदत शरीर की सभी बड़ी मांसपेशियों और अंगों के लिए फायदेमंद माना जाता है।
सेतुबंधासन योग
सेतुबंधासन योग या ब्रिज पोज़ आपके ग्लूट्स, हैमस्ट्रिंग और पीठ के निचले हिस्से को मजबूत करने में मदद करने वाला अभ्यास है। कूल्हे और छाती को खोलने के साथ कमर दर्द की समस्या से परेशान लोगों को आराम दिलाने के लिए सेतुबंधासन योग के नियमित अभ्यास की आदत फायदेमंद हो सकती है। सेतुबंधासन योग शरीर के निचले हिस्से में रक्त के संचरण को सुधारने और लचीलेपन को बढ़ावा देने वाले अभ्यास में से एक माना जाता है।
Tara Tandi
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