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Makar Sankranti 2025: उत्तरायण के दिन करें सूर्य नमस्कार, शरीर को मिलेंगे कई फायदे

Renuka Sahu
12 Jan 2025 7:25 AM GMT
Makar Sankranti 2025: उत्तरायण के दिन करें सूर्य नमस्कार, शरीर को मिलेंगे कई फायदे
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Makar Sankranti 2025: उत्तरायण को धार्मिक रूप से शुभ समय माना गया है। इस दिन सूर्य देवता की पूजा की जाती है। ऐसे में आप चाहें तो उत्तरायण के दिन से सूर्य नमस्कार की शुरुआत कर सकते हैं। बहुत से लोगों को सूर्य नमस्कार के फायदे नहीं पता है। इसी के चलते हम आपको यहां सूर्य नमस्कार करने का सही तरीका और इसके फायदे बताने जा रहे हैं।
कैसे करें सूर्य नमस्कार
सूर्योदय के समय सूर्य नमस्कार करना सर्वोत्तम होता है। इसके लिए किसी खुले स्थान पर जहां सूर्य की किरणें सीधे शरीर पर पड़ें, वहां सूर्य नमस्कार करें। सूर्य नमस्कार में कुल 12 आसन होते हैं, जो क्रमशः शरीर को पूरा तानते और स्ट्रेच करते हैं। इनमें प्रणामासन, हाथ उठाना, उत्थित हठासन, और अधोमुख श्वानासन प्रमुख हैं।
सूर्य नमस्कार करते समय अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करें और हर आसन के साथ गहरी सांस लें और छोड़ें। अगर आपके पास कोई शारीरिक समस्या है या अगर आप पहली बार सूर्य नमस्कार करने जा रहे हैं, तो एक योग प्रशिक्षक से मार्गदर्शन प्राप्त करना अच्छा होगा।
आइए आपको इसके फायदे बताते हैं -
शरीर को मिलता है लचीलापन
सूर्य नमस्कार के आसनों से शरीर की लचीलापन बढ़ती है, जो मांसपेशियों को मजबूत और सशक्त बनाता है। इससे जोड़ों की गतिविधि बढ़ती है और शरीर में खिंचाव कम होता है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
सूर्य नमस्कार हृदय के लिए बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि यह रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है। नियमित सूर्य नमस्कार करने से दिल स्वस्थ रहता है और रक्त संचार में सुधार होता है।
सूर्य नमस्कार में ध्यान और श्वास-प्रश्वास की तकनीक भी शामिल होती है, जो मानसिक शांति और ध्यान को बढ़ाती है। यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
पाचन में सुधार
सूर्य नमस्कार पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है। यह गैस, कब्ज, और पेट दर्द जैसी समस्याओं से राहत देता है। इसलिए सुबह-सवेरे सूर्य नमस्कार अवश्य करना चाहिए।
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