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Lifestyle: डिप्रेशन और एंग्जाइटी से पाना है छुटकारा, 2 योगासन आयेंगे काम

Admindelhi1
5 Nov 2024 2:00 AM GMT
Lifestyle: डिप्रेशन और एंग्जाइटी से पाना है छुटकारा, 2 योगासन आयेंगे काम
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मिलेंगे गजब के फायदे

लाइफस्टाइल: भागदौड़ भरी जिंदगी में आज ना चाहते हुए भी तनाव ज्यादातर लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। बढ़ता तनाव ना सिर्फ व्यक्ति को मानसिक रूप से बल्कि शारीरिक रूप से भी बीमार बनाने लगता है। तनाव से राहत पाने के लिए कई लोग एंटी डिप्रेशन टेबलेट्स का इस्तेमाल करते हैं। जिनका लंबे समय तक सेवन करने से कई बार व्यक्ति को सेहत से जुड़े नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं। ऐसे में स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए योग बेहद फायदेमंद हो सकता है। हाल ही में एम्स दिल्ली के एनाटॉमी विभाग और साइकिएट्रिक विभाग द्वारा मिलकर की गई एक स्टडी में बताया गया है कि एंटी डिप्रेशन दवाएं समस्या से सिर्फ 20 से 30 फीसदी तक ही राहत दे सकती हैं जबकि नियमित रूप से किया जाने वाला सूर्य नमस्कार और कुछ अन्य योगासन 60 से 70 फीसदी तक डिप्रेशन में कमी ला सकते हैं। आइए जानते हैं रोजाना किए जाने वाले कौन से 3 योगासन आपको डिप्रेशन और एंग्जाइटी से छुटकारा दिला सकते हैं।

सुप्त वीरासन: सुप्त वीरासन को करते समय सांसों की गति के साथ शरीर के बैलेंस को भी ध्यान रखा जाता है। इस आसन को करने से मस्तिष्क की नसों को आराम मिलने के साथ शरीर में लचीलापन और मजबूती आती है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपने बाएं घुटने को मोड़कर पैर को जमीन पर रखें, या अपने बाएं पैर को सीधा करके अपने पैर को मोड़ सकते हैं। इसके बाद झुकते हुए अपनी कोहनी और कलाई और कोहनी के बीच के हिस्से को जमीन पर टिकाएं। इसके बाद वीरासन के लिए सुझाए गए तरीके से बाहर आएं, फिर बाएं पैर को पीछे करके इसे दोहराएं।

अधोमुख श्वानासन: अधोमुख श्वानासन को अंग्रेजी में डाउनवर्ड डॉग पोज भी कहा जाता है। डिप्रेशन से राहत पाने के साथ यह दिमाग को भी शांत बनाए रखता है। यह एक हल्का उलटा आसन है जो मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को प्रोत्साहित करके सिरदर्द जैसी समस्या से राहत देने के साथ पीठ को आराम, कंधा, हाथ और पैर मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। अधोमुख श्वानासन करने के लिए सबसे पहले अपने हाथों और घुटनों के बल आकर अपने हाथों को अपने कंधों के सामने थोड़ा सा लाएं। इसके बाद सांस छोड़ते हुए अपने घुटनों को ऊपर उठाएं और कूल्हों को ऊपर और पीछे ले जाएं। अब अपने घुटनों को थोड़ा मोड़कर रखें और अपनी जांघों के पिछले हिस्से को अपने पीछे की दीवार की ओर दबाएं। ऐसा करते हुए अपनी गर्दन को आराम दें और अपने सिर को अपनी ऊपरी भुजाओं के बीच रखें। लगभग 5 मिनट तक इसी पोज में बने रहने की कोशिश करें।

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