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नारियल पानी को क्यों शरीर के लिए अमृत माना जाता है, जाने

Kiran
13 Jun 2023 11:00 AM GMT
नारियल पानी को क्यों शरीर के लिए अमृत माना जाता है, जाने
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जब हम किसी बीमार से मिलने जाते हैं तो उसके लिए पानीवाला नारियल ले जाते हैं. ऐसा हम महज़ ख़ाली हाथ कहीं न जाने की भारतीय परंपरा का तो निर्वाह कर ही रहे होते हैं, हम उस बीमार व्यक्ति के लिए अमृत ले जा रहे होते हैं. जी हां, नारियल पानी को उसके तमाम गुणों के चलते हमारे शरीर के लिए अमृत माना जाता है. मूल रूप से भारतीय समुद्री किनारों और प्रशांत महाद्वीप के टापुओं की पैदावार समझा जानेवाला नारियल अब दुनिया के सभी हिस्से में सहजता से उपलब्ध है. आइए जानें, इसकी कौन-सी ख़ासियतें इसे दुनियाभर का पसंदीदा पेय बनाती हैं.
नारियल पानी की विशेषताएं
हरे यानी कच्चे नारियल का पानी ठंडा होता है. जब तक नारियल पका नहीं होता और उसके भीतर की गरी कठोर नहीं हुई होती तब तक उसका पानी थोड़ा कम मीठा होता है. इसका स्वाद कुछ-कुछ कसैला होता है. जब इसके भीतर की गरी कठोर होने लगती है, तब पानी मीठा होने लगता है. चूंकि नारियल का पानी एक मोटे कवच के अंदर बंद होता है तो इसमें किसी भी तरह के कीटाणु और रोगाणु के प्रवेश करने की संभावना न के बराबर होती है. यानी यह केवल शीतल और आनंददायक ही नहीं, बल्कि शुद्ध और पौष्टिक भी होता है. यह पानी प्यास बुझाने का काम करता है और पेशाब के रंग को साफ़ करने में मददगार है. इस पानी में मौजूद शुगर को शरीर जल्दी से स्वीकार कर लेता है, जिसकी वजह से नारियल पानी पीते ही हम फ्रेश और ऊर्जावान महसूस करते हैं.
नारियल के प्रमुख पोषक तत्व
नारियल पानी में 85.5% तक पानी होता है, जो तमाम मिनरल्स से भरपूर होता है. सोडियम (105 मिली ग्राम/100 ग्राम), पोटैशियम (312 मिली ग्राम/100 ग्राम) और क्लोरीन (183 मिली ग्राम/100 ग्राम) की इसमें काफ़ी मात्रा होती है. इसके अलावा नारियल पानी में कैल्शियम (29 मिली ग्राम/100 ग्राम), मैग्नीशियम (30 मिली ग्राम/100 ग्राम), फ़ॉस्फ़ोरस (37 मिली ग्राम/100 ग्राम), सल्फ़र (24 मिली ग्राम/100 ग्राम) भी भरपूर होते हैं. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, बायोटिन, नियासिन, राइबोफ़्लेविन, पेंटोथिनिक एसिड आदि भी नारियल के पानी में मौजूद होते हैं.
हां, शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक विटामिन सी इसमें नहीं पाया जाता. इसकी कमी को दूर करने के लिए आप सेवन से पहले नारियल पानी में नींबू की दो-चार बूंदें निचोड़ लें.
नारियल पानी से मिलनेवाले लाजवाब फ़ायदे
कच्चे और एकदम हरे नारियल के पानी के सेवन के कई लाजवाब फ़ायदे हैं. हां, आपको एक बात याद रखनी चाहिए कि इसके पानी को तुरंत पी लेना चाहिए, अधिक समय तक बाहर निकालकर रखने पर इसके पोषक तत्व नष्ट होना शुरू हो जाते हैं. रही बात फ़ायदों की तो यह हमारे मूत्र तंत्र के लिए वरदान है. इसके पानी को मूत्रल माना जाता है, इसलिए यह मूत्र संबंधी तक़लीफ़ों तथा पथरी में बहुत ही प्रभावकारी है.
जैसा कि हम जानते हैं कि इसमें ढेर सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, यह हैजे की बीमारी में बहुत ही उपयोगी है. हैजा होने पर उल्टी और दस्त के कारण हमारा शरीर बहुत कमज़ोर हो जाता है. शरीर में पानी और ज़रूरी मिनरल्स की भारी कमी हो जाती है. नारियल पानी उनकी पूर्ति करता है. चूंकि नारियल पानी रोगाणुनाशक भी होता है तो यह हैजे के कीटाणुओं को नष्ट करने में अपनी भूमिका निभाता है.
इसके दूसरे फ़ायदों में देखें तो विटामिन बी कॉम्प्लेक्स होने की वजह से यह हमारे हृदय को मज़बूत बनाता है. हमारे पाचनतंत्र को दुरुस्त रखने में अपनी भूमिका निभाता है. यह लेख पढ़कर कहीं आप यह न सोच लें कि नारियल तो बीमारों का पेय है. ऐसा नहीं है, यह स्वस्थ व्यक्तियों के लिए भी उतना ही ज़रूरी और लाभप्रद है. तो अगली बार घर से बाहर जाएं तो गर्मी और प्यास लगने पर कोल्ड ड्रिंक्स की बजाय नारियल पानी पीजिए. यह प्यास तो बुझाता भी है, साथ ही कई और फ़ायदे भी पहुंचाता है.
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