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कई बार डायट फ़ॉलो करने के कुछ ही हफ़्तों में हम परेशान होकर या ऊब कर उसे छोड़ देते हैं और वेट लॉस करने के सभी प्लैन पर पानी फिर जाता है. अगली बार ऐसा न हो इसलिए कोई भी डायट फ़ॉलो करने से पहले हमें यह समझ लेना चाहिए कि, यह कितनी फ़ायदेमंद है, इसे आप कितने समय तक फ़ॉलो कर पाएंगे. हालांकि कई ऐसी डायट भी हैं, जिन्हें आप आसानी से लंबे समय तक फ़ॉलो कर सकते हैं. उसमें से एक है, प्रिटिकिन डायट. वर्ष 1970 के बाद से शुरू हुई इस डायट को सबसे अच्छी डायट में से एक जाना जाता है.
क्या है प्रिटिकिन डायट?
प्रिटिकिन डायट वह है, जिसमें खानपान में हाई फ़ाइबर और लो फ़ैट वाले फ़ूड्स को शामिल किया जाता है. इसके अलावा इस डायट को फ़ॉलो करते समय रोज़ाना एक्सरसाइज़ करने की सलाह दी जाती है.
क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
इस डायट में सूप, सब्ज़ी, सलाद, ताज़े फल और साबुत अनाज जैसे-जई, जौ, राई, बाजरा, लाल चावल आदर्श माने जाते हैं. इसमें शराब, एरेटेड ड्रिंक्स, रेड मीट, डीप फ्राइड फ़ूड, फ़ास्ट फ़ूड, ज़्यादा नमक वाले फ़ूड्स, प्रॉसेस्ड शुगर और फ्रूट जूस को मील में शामिल करने की सख़्त मनाई है. खाने की क्रेविंग और पेट भरने के लिए आप ओमेगा3 से भरपूर मछली (सैल्मन और ट्राउट), दूध, चीज़ और योहर्ट जैसे लो फ़ैट वाले डेयरी प्रॉडक्ट्स, अंडे की सफ़ेदी और अलग-अलग तरह की दालें, मूंगफ़ली, काबुली चना, ग्रीन मटर, सोयाबीन के साथ आलू और अरबी जैसी स्टार्च वाली सब्ज़ियों को अपना विकल्प बना सकते हैं.
जानकारों की मानें तो प्रिटिकिन डायट और रोज़ाना की जाने वाली एक्सरसाइज़ मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने और वज़न कम करने में मदद करती है. इसके अलावा यह दिल से जुड़ी बीमारियों, ब्लडप्रेशर, कोलेस्टेरॉल और स्ट्रोक की संभावना को भी कम करती है. हालांकि प्रिटिकिन डायट में पोषण के लिए ज़रूरी ड्राय फ्रूट्स, और नट्स को शामिल करने पर रोक होती है, लेकिन आप इसकी कमी को सप्ताह में एक दिन प्रिटिकिन डायट से चीटिंग कर इन्हें अपने मील में शामिल करके पूरी कर सकते हैं.
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