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शरीर में है खून की कमी तो करें ये योगासन, मिलेगा शरीर को अन्य लाभ
Yoga Asanas to Regulate Blood Circulation: शरीर में खून की कमी कई गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकती है। खून की कमी को एनीमिया कहते हैं। यह वह स्थिति है, जिसमें शरीर के ऊतकों में पर्याप्त ऑक्सीजन ले जाने के लिए वाली लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होती है। एनीमिया अस्थायी या दीर्घकालिक हो सकता है, साथ ही हल्के से लेकर गंभीर लक्षणों वाली स्थिति भी हो सकती है। पोषक तत्वों की कमी के कारण हीमोग्लोबिन कम हो जाता है और कई तरह की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करने के लिए पौष्टिक आहार के सेवन के साथ ही कई अन्य उपायों को अपना सकते हैं।
विशेषज्ञ योग के माध्यम से खून की कमी को पूरा करने की सलाह देते हैं। सप्लीमेंट्स के साथ कुछ योगासन के अभ्यास से एनीमिया की शिकायत को दूर कर सकते हैं।
इस आसन के नियमित अभ्यास से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है और रक्त के विकार तेजी से कम होते हैं। सूर्यभेद प्राणायाम लाल रंग कोशिकाओं के निर्माण में सहायक है। इसके अलावा इस योग के अभ्यास से कफ, दमा, खांसी, साइनस, ह्रदय, पाइल्स जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
स्टेप 1- पद्मासन या सुखासन में बैठकर कमर, गर्दन, पीठ को बिल्कुल सीधी रखें।
स्टेप 2- अब बाएं हाथ की उंगलियों को बाएं पैर पर ज्ञान मुद्रा में रखते हुए दाएं हाथ की दो उंगलियों को बाएं नासिका छिद्र को बंद कर दें।
स्टेप 3- दाएं नासिका छिद्र से सांस लें, दोनों हाथ की उंगलियों से दाएं नासिका को बंद करके क्षमतानुसार सांस रोकें।
स्टेप 4- इस प्रक्रिया को 10 बार दोहराएं
उज्जाई प्राणायाम
इस आसन को करने से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है। शरीर की पाचन क्रिया बेहतर होती है, जिससे शरीर रोग मुक्त और मजबूत बनता है। उज्जाई प्राणायाम के अभ्यास से लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है और एनीमिया की समस्या दूर होती है। थायराइड से भी राहत मिलती है।
उज्जाई प्राणायाम के अभ्यास का तरीका
स्टेप 1- आरामदायक आसन में बैठकर पूरे शरीर को शिथिल कर लें।
स्टेप 2- श्वास लेते हुए अपना ध्यान गले पर ले आएं, कल्पना करें कि श्वास गले से आ जा रही है।
स्टेप 3- श्वास लंबी और गहरी हो, ऐसा 10-15 मिनट करें।