लाइफ स्टाइल

अगर रहना है पुरुषों को बीमारियों से दूर, करें इन तीन योगासनों का अभ्यास

suraj
25 May 2023 11:03 AM GMT
अगर रहना है पुरुषों को बीमारियों से दूर, करें इन तीन योगासनों का अभ्यास
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लाइफस्टाइल: योग हर किसी की सेहत के लिए फायदेमंद होता है। बिगड़ी जीवनशैली के कारण लोगों में तरह तरह की बीमारियों का खतरा रहता है। उम्र और लिंग के मुताबिक, शारीरिक समस्याओं में कुछ अंतर हो सकता है। जैसे महिलाओं और पुरुषों को अलग अलग तरह के रोग हो सकते हैं। ऐसे में पुरुषों और महिलाओं के लिए योग भी अलग अलग होते हैं। पुरुषों को शारीरिक और मानसिक सेहत को बेहतर बनाने के लिए नियमित इन योगासनों का अभ्यास करना चाहिए।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ वर्षों में पुरुषों में महिलाओं की अपेक्षा तनाव का स्तर बढ़ा है। अवसाद की स्थिति के कारण पुरुष कई रोगों से ग्रसित हो जाते हैं। ऐसे में मन को शांत रखने और बीमारियों से दूर रहने के लिए पुरुषों को नियमित कुछ योगासनों का अभ्यास जरूर करना चाहिए। यहां पुरुषों के लिए फायदेमंद योगासनों के बारे में बताया जा रहा है।

कपालभाति प्राणायाम

बाबा रामदेव को कपालभाति प्राणायाम करते देखा होगा। वह अक्सर ही इस प्राणायाम के अभ्यास की सलाह देते हैं। कपालभाति प्राणायाम के अभ्यास से वजन नियंत्रित रहता है और शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम होती है। इसके अलावा पेट संबंधी समस्याओं से भी निजात मिलता है। इस क्रिया से श्वास संबंधित परेशानियां दूर होती हैं और फेफड़ों की सेहत दुरुस्त रहती है।

नौकासन

पुरुषों के लिए नौकासन का अभ्यास लाभकारी है। कई लड़कों को मसल्स और एब्स बनाने का शौक होता है। नौकासन के अभ्यास से एब्स बनाने की इच्छा को पूरा किया जा सकता है। इस मुद्रा से रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है। नौकासन का अभ्यास प्रोस्टेट ग्रंथि को उत्तेजित करता है।

बालासन

दिनभर दफ्तर में बैठे रहने के कारण लोगों का पेट निकल आता है। बालासन का अभ्यास पेट की चर्बी को कम करता है। इसके अलावा शरीर के पोस्चर को सुधारने, दिमाग को शांत रखने व अवसाद से राहत दिलाने के लिए भी बालासन का अभ्यास कर सकते हैं। बालासन पीठ और गर्दन की दर्द में भी आराम दिलाता है।

अधोमुख श्वानासन

पुरुषों के लिए अधोमुख श्वानासन के अभ्यास के जबरदस्त फायदे होते हैं। पुरुषों को इस योग का अभ्यास नियमित तौर पर करना चाहिए। अधोमुख श्वानासन के अभ्यास से पेट की निचली मांसपेशियां मजबूत होती हैं। पाचन में सुधार, रक्त संचार में वृद्धि और एंग्जाइटी पर काबू पाने में मदद मिलती है।

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