- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- कलौंजी (निजेला) के वो...
x
शरीर को पोषण देने के लिए हम अपने आहार में कई तरह की बीजों को शामिल करते हैं, जैसे कि कद्दू, तिल, चिया और अलसी. एक और बीज है जिसे पोषण का पावरहाउस कहा जाता है, लेकिन हम अक्सर उसे अनदेखा कर देते हैं. हम बात कर रहे हैं भारतीय मसाले में शामिल कलौंजी की जिसे निजेला सीड्स भी कहा जाता है. निजेला सीड्स को आहार में शामिल करने पर स्वास्थ्य संबंधी कई प्रकार के लाभ व पोषण मिल सकते हैं. इसे अपनी डायट का हिस्सा बनाने के बाद आपको अपनी सेहत में फ़र्क़ साफ़-साफ़ महसूस होने लगेगा.
भारत में कलौंजी या काले जीरा के रूप में लोकप्रिय निजेला सीड्स, निजेला सेटिवा नाम के पौधे से प्राप्त होता है. इसे अपने आहार में ज़रूर शामिल करना चाहिए, क्योंकि इसमें ऐंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो कैंसर की रोकथाम में सहायक होते हैं. इसके अलावा यह ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी और ऐंटी-पेरासिटिक होता है. इसमें ऐंटी-कैंसर गुण थाइमोक्विनोन नामक एक रासायनिक घटक की वजह से आते हैं, जो कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है.
इसमें मौजूद फ़ाइबर, मिनरल्स और आवश्यक फ़ैटी एसिड्स, जैसे-ओमेगा-3 हमारे सेहत के लिए काफ़ी अच्छा होता है. रोज़ाना दो चम्मच कलौंजी खाना लिवर व किडनी की सेहत को फ़ायदा पहुंचा सकता है. यह डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए लाभदायक है. इसके अलावा इसे खाने से फ़र्टिलिटी में भी बढ़ोतरी होती है.
Next Story