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यह तो सब जानते और मानते हैं कि ड्रायफ्रूट्स खाने चाहिए, पर कितने खाने चाहिए और कब खाने चाहिए? जैसे सवालों के जवाब और ड्रायफ्रूट्स से जुड़े कुछ मिथक तोड़ रही हैं, डायटीशियन अनुराधा सूदन.
बड़े-बूढ़े मेवे-मसाले के बिना किचन को अधूरा मानते हैं और उनके अनुभव को मानें, तो यह सही भी है. सही तरीक़े से ड्रायफ्रूट्स का सेवन किया जाए तो ड्रायफ्रूट्स आपकी सेहत को बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. ये हेल्दी स्नैक्स हैं. इनमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं. त्वचा के लिए भी ड्रायफ्रूट्स का सेवन बहुत अच्छा होता है. लेकिन इनका सेवन भी सीमित मात्रा में करना चाहिए. अब सवाल उठता है कि सीमित मात्रा यानी हर दिन कितना ड्रायफ्रूट्स खाया जा सकता है? जवाब है-एक मुट्ठी पूरे दिन में लेना पर्याप्त होता है. ड्रायफ्रूट्स फ़ाइबर, आयरन, पोटैशियम, ऐंटीऑक्सिडेंट्स का अच्छा स्रोत होते हैं. सेब, अंगूर, खुबानी, किवी, किशमिश, अंजीर, खजूर ये सभी ड्रायफ्रूट्स हैं, वहीं बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट, मूंगफली, चिरौंजी इत्यादि नट्स होते हैं.
1. जैसे हम ताज़ा फलों को धो कर खाते हैं, वैसे ही ड्रायफ्रूट्स को भी जो खुले मिलते हैं, उन्हें खाने से पहले एक बार धो लेना चाहिए. जैसे खुबानी, किशमिश जो दुकानों में प्लास्टिक के डिब्बों में पड़ी रहती हैं, उन्हें भिगोकर खाना चाहिए.
2. घर पर बने ड्रायफ्रूट्स को हम सही तरीक़े से पांच सालों तक स्टोर कर सकते हैं. कैन बंद, डिब्बों से ज़्यादा पर हाइजीनिक तरीक़े से सुखाया गया ड्राइफ्रूट लंबे समय तक टिका रहता है.
3. खुबानी, खजूर जैसे ड्रायफ्रूट्स आसानी से पचते नहीं हैं, क्योंकि उनका पानी पूरा सूख चुका होता है और वे सख़्त हो जाते हैं. छिलके वाले फल जैसे सेब या बीज वाले फल जैसे बेरीज़ भी पचने में वक़्त लेते हैं.
4. लोगों का मानना है कि ड्रायफ्रूट्स में कैलोरी बहुत ज़्यादा होती है, क्योंकि फलों में फ्रक्टोज़ शुगर होता है, लेकिन यह सच नहीं है. बल्कि कुछ ड्रायफ्रूट्स में कैलोरी या शुगर की मात्रा सूखने के बाद कम हो जाती है.
5. ड्रायफ्रूट्स के साथ पानी पीना ज़रूरी है-यह भी एक मिथक है. आप कुछ भी खाएं, उसके बाद पानी पीने से हमारी पाचन क्रिया प्रभावित होती है. जठराग्नि पर प्रभाव पड़ता है. इसलिए ज़रूरत न होने पर ड्रायफ्रूट्स खाने के बाद पानी न पिएं.
6. जिनको एसिडिटी की समस्या है, वे ड्रायफ्रूट्स को ख़ाली पेट न खाएं, ख़ासतौर पर एसिडिक फल.
7. कहा जाता है, कि वज़न बढ़ाने के लिए ड्रायफ्रूट्स ज़्यादा खाने चाहिए. जिससे वज़न बढ़ेगा और पोषक तत्वों की कमी भी नहीं होगी. लेकिन यह भी एक मिथक ही है. बहुत ज़्यादा ड्रायफ्रूट्स खाने से आपका कोलेस्टेरॉल स्तर बढ़ सकता है.
8. कुछ लोगों का मानना है कि ड्राइफ्रूट ताज़ा फलों से ज़्यादा अच्छे होते हैं. किसी भी मौसम में खाए जा सकते हैं, लेकिन इससे बेहतर है कि आप मौसमी फल खाएं.
9. खजूर में कैलोरीज़, फ़ाइबर, आयरन, विटामिन बी-12 होता है. इससे उन्हें ऊर्जा मिलती है. इसी वजह से रमजान में खजूर का सेवन ज़्यादा किया जाता है. आप एक बार में 5-6 खजूर खा सकते हैं.
10. ड्रायफ्रूट्स खाने का सबसे सही समय सुबह का है. हर दिन सुबह ख़ाली पेट ड्रायफ्रूट्स लेने से आपको ऊर्जा मिलेगी. लंच के बाद शाम को मिड स्नैक्स के रूप में भी आप ड्रायफ्रूट्स खा सकते हैं. रात को सोने से पहले अखरोट खाएं, यह हेल्दी सेहत पाने का एक तरीक़ा है. अखरोट के साथ 10-12 किशमिश हर रात सोने से पहले खाने से बिस्तर पर पेशाब होने की समस्या में भी राहत मिल सकती है. ड्रायफ्रूट्स को नट्स के साथ लेने से वज़न कम होता है. दोनों में फ़ैट कम और फ़ाइबर ज़्यादा मात्रा में होते हैं.
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