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बीमारियों को हराने के दो तरीक़े सबसे अधिक प्रचलित हैं. पहला तरीक़ा है किसी भी बीमारी के उपचार के लिए उपलब्ध दवाइयों के इस्तेमाल द्वारा बीमारी को ठीक करना और दूसरा और सबसे अच्छा माना जानेवाला तरी़का है बीमारी से पहले ही बचाव करना. यानी प्रिकॉशन लेना. पर समस्या यह है कि लोग दवाइयों पर इतना ज़्यादा भरोसा करते हैं कि बचाव के बारे में सोचते तक नहीं. पर बचाव ही सबसे अच्छा उपचार है. यह हम सदियों से सुनते, बोलते आए हैं. और बचाव का सबसे अच्छा तरीक़ा है अपने इम्यूनिटी सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है सही खानपान से. आइए ऐसे 10 पावरफ़ुल सुपरफ़ूड्स के बारे में जानते हैं, जिनसे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता में इज़ाफ़ा होता है.
10 सुपरफ़ूड, जो बढ़ाते हैं हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता
खट्टे फल
खट्टे फल यानी सिट्रस फ्रूट्स को सबसे अच्छा इम्यूनिटी बूस्टर माना जाता है. ये फल विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत होते हैं. जिन लोगों को बार-बार सर्दी और खांसी परेशान करती है, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संतरा, अंगूर, नींबू, मोसंबी, अनन्नास जैसे खट्टे फल खानपान में शामिल करने की सलाह दी जाती है. विटामिन सी से रक्त में वाइट ब्लड सेल्स का प्रोडक्शन बढ़ जाता है. ये ब्लड सेल्स इन्फ़ेक्शन्स से लड़ने में बहुत कारगर होते हैं. खट्टे फल खाना इसलिए भी ज़रूरी है, क्योंकि हमारा शरीर अपनी रोज़ाना की ज़रूरत के लिए आवश्यक विटामिन सी न तो प्रोड्यूस कर सकता है और न ही उन्हें स्टोर करके रख सकता है.
लहसुन
हमारे रोज़ाना के खानपान में शामिल लहसुन न केवल भोजन का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि हमारे शरीर को सेहतमंद बनाने में भी अहम् भूमिका निभाता है. इन्फ़ेक्शन्स से लड़ने में लहसुन की क़ाबिलियत से सब भली-भांति वाक़िफ़ हैं. लहसुन में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सल्फ़र युक्त यौगिक एलिसीन का बड़ा हाथ है. नियमित रूप से लहसुन खाने से हम कम बीमार पड़ते हैं. लहसुन खाने से ब्लड प्रेशर सामान्य बना रहता है. रक्त की धमनियों में कोलेस्टेरॉल जमा होने की प्रक्रिया धीमी पड़ती है.
अदरक
अदरक भी हमें बार-बार बीमार होने से बचाता है. अदरक अपने एंटी-इन्फ़्लेमेशन और गर्मी पैदा करनेवाली प्रॉपर्टीज़ की वजह से जाना जाता है. सूजन कम करने के इसके गुण के चलते गले की ख़राश, सर्दी, खांसी और दूसरी सूजन से संबंधित समस्याओं में इसका इस्तेमाल किया जाता है. लंबे समय के दर्द यानी क्रोनिक पेन वाली कंडिशन्स में भी यह फ़ायदेमंद है. कोलेस्टेरॉल कम करने में भी अदरक उपयोगी साबित होता है.
हल्दी
जब से हल्की के मुख्य तत्व करक्युमिन द्वारा कैंसर के इलाज व रोकथाम वाली रिसर्च सामने आई हैं, एकाएक यह वैश्विक सुपरफ़ूड की कैटेगरी में आ गई है. पर सदियों से यह हम भारतीयों के खानपान का अहम् हिस्सा रही है. हमारी लगभग सभी सब्ज़ियों में डाली जानेवाली हल्दी अपने ऐंटी-इन्फ़्लेमेटरी गुणों के लिए प्रसिद्ध है. ऑस्टियोऑर्थराइटिस हो या रूमैटोरॉइड ऑर्थराइटिस हल्दी बहुत फ़ायदेमंद है. कई हालिया रिसर्च में यह बात सामने आई है कि हल्दी को पीलापन देनेवाले करक्युमिन से मसल्स का डैमेज कम होता है.
पालक
पालक को भी इम्यूनिटी बढ़ानेवाला सुपरफ़ूड कहते हैं, क्योंकि इसमें विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होती है. साथ ही पालक में कई तरह के ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स और बीटा कैरोटिन की भी अच्छी मात्रा होती है. इस वजह से इन्फ़ेक्शन से लड़ने की क्षमता में इज़ाफ़ा होता है. हां, पालक को पकाते समय यह ध्यान रखें कि जितना संभव हो उतना कम से कम पकाएं, नहीं तो इसके पोषक तत्वों का नाश हो जाता है.
दही
हमें बचपन से ही बताया जाता रहा है कि दूध से भी अधिक फ़ायदेमंद दही होता है. दही में लैक्टोबैसिली नामक गुड बैक्टीरिया होते हैं, जो हमारी पाचन प्रणाली को बेहतरीन बनाते हैं. इसके साथ ही हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में मददगार होते हैं. दही को अपने खानपान में शामिल करने से रोगों से लड़ने की हमारी नैसर्गिक क्षमता में कमाल की बढ़ोतरी होती है.
बादाम
सर्दी-खांसी से बचाने में जितनी अहम् भूमिका विटामिन सी की है, लगभग उसके ही बराबर विटामिन ई भी अहम् हो जाता है. विटामिन ई की अच्छी ख़ासी मात्रा मौजूद होती है बादाम में. विटामिन ई इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रॉन्ग करने में बेहद महत्वपूर्ण है. यह फ़ैट-सॉल्यूबल विटामिन है. शरीर में फ़ैट के अवशोषण में सहायक है. यदि आप नियमित रूप से बादाम खाते हैं तो आपके बीमार पड़ने की संभावना कम हो जाती है.
शिमला मिर्च
भारतीय किचन की पसंदीदा सब्ज़ियों में एक शिमला मिर्च भी खट्टे फलों की तरह विटामिन सी का अच्छा स्रोत है. इसके अलावा इसमें बीटा कैरेटिन की भी प्रचुर मात्रा होती है. तो शिमला मिर्च न केवल आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाकर आपको इनफ़ेक्शन से बचाएगी, बल्कि आपकी त्वचा को भी दमकती हुई बनाएगी. आंखों की सेहत के लिए भी बीटा कैरेटिन फ़ायदेमंद है.
पपीता
पपीता भी एक ऐसा फल है, जो विटामिन सी से भरपूर है. एक पपीता आपके शरीर को रोज़ाना की ज़रूरत के लिए आवश्यक विटामिन सी की दोगुनी मात्रा से अधिक की आपूर्ति करता है. पपीते में पैपेन नामक एक एन्ज़ाइम पाया जाता है, जो पाचन को सुधारता है और शरीर में आई सूजन को कम करता है. विटामिन सी के अलावा पपीते में अच्छी-ख़ासी मात्रा में पोटैशियम, विटामिन बी और फ़ोलेट भी होते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम को बेहतर बनाते हैं.
सूरजमुखी के बीज
सूरजमुखी यानी सनफ़्लावर का बीज पोषक तत्वों का ख़ज़ाना है. इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी-६ की प्रचुर मात्रा होती है. इसके साथ ही यह विटामिन ई की अधिकता के कारण शक्तिशाली ऐंटी-ऑक्सिडेंट के तौर पर काम करता है. कुल मिलाकर सूरजमुखी के बीज अपनी डायट में शामिल करके आप कई तरह की बीमारियों से बचे रह सकते हैं.
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