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दिल्ली: ईरान व सऊदी के खजूरों की रमजान के महीने में बढ़ी डिमांड, व्यापारियों में ख़ुशी

Admin Delhi 1
11 April 2022 2:39 PM GMT
दिल्ली: ईरान व सऊदी के खजूरों की रमजान के महीने में बढ़ी डिमांड, व्यापारियों में ख़ुशी
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दिल्ली न्यूज़: रमजान के महीने में रोजा रखने वाले खुद को फिट व प्रोटीन, विटामिन और मिनरल से भरपूर रखने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करते हैं। उसमें भी खजूर व विदेशी फल सभी की डिमांड लिस्ट में रहता है। इस साल सऊदी व ईरान के खजूरों की डिमांड एशिया की सबसे बड़ी थोक मंडी आजादपुर में काफी बढ़ गई है। इससे खजूर व्यापारियों के चेहरे काफी खिल गए हैं।

सबसे महंगे हैं जॉर्डेन के खजूर: बता दें कि रमजान के पाक महीने में पूरे दिन काम करने वालों को सर्वाधिक पौष्टिक भोजन चाहिए होता है, इसीलिए वो खजूर को अपने भोजन का मुख्य हिस्सा बनाते हैं। आजादपुर मंडी में खजूर के थोक व्यापारी विशाल ने बताया कि इस साल सबसे ज्यादा डिमांड ईरान से आने वाले खजूरों की है। इसे किमिया गोल्ड कहा जाता है। ये सस्ता होने के साथ ही काफी स्वास्थ्यवर्धक भी होता है। इसका थोक दाम 118 रूपए का आधा किलो है। जबकि दूसरे नंबर पर कलमी खजूर है जोकि सऊदी अरब से आता है इसका दाम 260 रूपए किलो है। 240 रूपए किलो आने वाले माबरूम व 280 रूपए किलो आने वाले याम्बू की भी काफी डिमांड है। हालांकि अमीर लोग टॉप की वेरायटी पसंद करते हैं जोकि जॉर्डेन से आती है। इसका नाम बरारी है और ये 960 रूपए किलो के थोक दाम से बेचा जा रहा है। सऊदी अरब के खजूर, बजट खजूर कहे जाते हैं, यही वजह है कि सबसे ज्यादा यही बिकते हैं।

खजूर-काजू कतरी जीत लेगी दिल: विशाल ने बताया कि रमजान के महीने में रोजा रखने वालों के लिए विशेष तौर पर इस बार खजूर-काजू कतरी तैयार की गई है। इसमें खजूर के बीच में बीज हटाकर काजू डाला जाता है। जिससे इसका स्वाद काफी बढ़ जाता है। इसकी 72 पीस की पेटी बिकती है। जिसमें प्रति पीस जो करीब 100 ग्राम का हेता है वो 30 से 32 रूपए का आता है।

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