चिली की ALMA वेधशाला क्यों दोगुनी कर रही है अपनी क्षमता
चिली के आटाकामा रेगिस्तान में स्थित आटाकामा लार्ज मिलीमीटर/सबमिलीमीटर ऐरे कोविड-19 महामारी के कारण बंद रहने के बाद हाल ही में पूरी तरह से काम करने लग गया है.
चिली (Chile) के आटाकामा रेगिस्तान में स्थित आटाकामा लार्ज मिलीमीटर/सबमिलीमीटर ऐरे (Atacama Large Millimeter/submillimeter Array, ALMA) कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के कारण बंद रहने के बाद हाल ही में पूरी तरह से काम करने लग गया है. अपनी अद्भुत अवलोकन क्षमताओं से इस वेधशाला ने दुनिया को बहुत अनोखी और नई जानकारियां दी हैं. अब आल्मा के निदेशक सीन डॉगहेर्टी का कहना है कि अगले दस साल में आल्मा अपनी क्षमताएं दोगुनी करने वाला है.
आल्मा वेधशाला (ALMA observatory) दुनिया का सबसे बड़ा खगोलीय परियोजना है जिसमें एक टेलीस्कोप में 66 रेडियो टेलीस्कोप (Radio Telescope) एक बेहतरीन और क्रांतिकारी डिजाइन के तहत एक साथ काम करते हैं . ये रेडियो टेलीस्कोप चिली (Chile) के आटाकामा रेगिस्तान में अलग अलग जगहों पर स्थित हैं लेकिन एक ही ईकाई के रूप में काम करते हैं.
डॉगहेर्टी ने बताया कि वे उम्मीद कर रहे हैं कि वेधशाला (ALMA observatory) की तस्वीरें लेने की क्षमता दोगुनी हो जाएंगी जिससे हमें ब्रह्माण्ड (Universe) और खास तौर से ब्लैक होल (Black Hole) के बारे में ज्यादा बेहतर जानकारी मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि यह ब्लैक होल के बारे में ज्यादा अच्छे और बेहतर अवलोकन प्रदान कर सकेगा और यह ब्लैक और उनकी भौतिकी की समझ बढ़ाएगा और एक बड़े प्रोत्साहनकर्ता के रूप में सामने आएगा
एक ब्लैक होल (Black Hole) की तस्वीर लेना बहुत ही मुश्किल काम होता है. वहीं कोविड -19 के कारण आल्मा वेधशाला (ALMA observatory) को पूरी तरह से सक्रिय करने में कई महीने लगे थे. डॉगहेर्टी ने बताया कि वे एक साल पहले ही इस वेधशाला में वैज्ञानिक गतिविधियां फिर से शुरू करवा सके थे क्योंकि यह एक छोटे से गांव को चलाने के जैसा है.
आल्मा (ALMA observatory) से केवल एक ही तस्वीर लेने के लिए, पानी और बिजली की आपूर्ति बहाल करने, साइट पर पर्याप्त कर्मचारियों की वापसी और सैटेलाइट (Satellite) को गतिमान करने के लिए जरूरी उपकरणों (Equipment) का संचालन करना, जैसी कई जरूरी प्रक्रियाओं को चलाने की जरूरत थी. इसके लिए बड़ी संख्या में कर्मचारी भी चाहिए थे.
वेधशाला (ALMA observatory) में वैज्ञानिकों की जरूरतों के मुताबिक विशाल 12 और 7 मीटर के व्यास वाले एंटीना की कुछ मीटर की दूरी से लेकर कई किलोमीटर दूर स्थापित करना था. वेधशाला की ऊंचाई समुद्र तल से 5000 मीटर की ऊंचाई होने का मतलब है कि यहां काम कर रहे कर्मचारियों को चरम तापमान बदलावों को झेलना पड़ता है जिससे उन्हें हाइपोक्सिया जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. लंबे समय तक काम करने वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त ऑक्सीजन की जरूरत होती हैं.
आल्मा वेधशाला (ALMA observatory) इन स्थितियों के साथ दुनिया के सबसे सूखे रेगिस्तान में मौजूद है इससे यह वायुमंडल में मौजूद पानी से बेअसर है और इससे उसे ब्रह्माण्ड (Universe) के आंकड़े हासिल करने में किसी तरह की बाधा नहीं आती है. आल्मा के बारे में कहा जाता है कि यह नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) से 10 गुना ज्यादा विस्तार से जानकारियां हासिल कर सकता है. डॉगहेर्टी का कहना है कि इसकी क्षमता बढ़ने हमारी खगोलरसायनिक क्षमताएं और संभावनाएं बहुत बढ़ जाएंगी