सौर मंडल की सबसे गहरी घाटी मंगल पर स्थित, नासा की तस्वीरों में दिखा अद्भुत नजारा
प्रकृति की अनोखा और बेहद खूबसूरत कलाकारी होती हैं गहरी खाई वाली घाटियां जिन्हें कैनयन (canyon) कहते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| प्रकृति की अनोखा और बेहद खूबसूरत कलाकारी होती हैं गहरी खाई वाली घाटियां जिन्हें कैनयन (canyon) कहते हैं। धरती के ग्रैंड कैनयन को जब आकाश से देखा जाता है तो बारीकी हैरान कर देती है। ऐसे में समझा जा सकता है कि धरती ही नहीं, पूरे सौर मंडल के सबसे विशाल कैनयन का नजारा कैसा होगा। अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने मंगल के Valles Marineris की तस्वीरें शेयर की हैं जिसमें इसकी विशालता साफ नजर आ रही है।
विशाल खाई
करीब 2500 मील से भी ज्यादा लंबे ये पहाड़ मंगल की एक चौथाई परिधि पर दौड़ते हैं और ये धरती के कैनयन से 10 गुना ज्यादा लंबे हैं। कैनयन की ये तस्वीर NASA के HiRISE (हाई रेजॉलूशन इमेजिंग साइंस एक्सपेरिमेंट) मिशन ने ली हैं। इस प्रॉजेक्ट में किसी ग्रह पर भेजा गया सबसे शक्तिशाली कैमरा लगा है। यह साल 2006 से मंगल का चक्कर काट रहे मार्स रेकॉनिसेंस ऑर्बिटर पर लगा है।
कैसे बने?
ऐस्ट्रोनॉमर्स यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैनयन बना कैसे था। इसी कड़ी में मंगल पर निगरानी करते हुए HiRISE ने यह तस्वीर ली है। धरती पर मौजूद कैनयन की तुलना में मंगल का यह अजूबा अकेला नहीं है। मंगल पर ज्वालामुखी ओलिंपिस मॉन्स (Olympus Mons) भी सौर मंडल में सबसे बड़ा है। वहीं, यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) का कहना है कि हो सकता है दोनों का आपस में संबंध हो।
रिसर्च जारी
थिअरी के मुताबिक मंगल के बनने के दौरान शुरुआती अरबों सालों में मैग्मा मंगल के क्रस्ट (सबसे बाहरी सतह) के नीचे दब गया और उभरा हुआ आकार ले लिया। इस मैग्मा के बाहर आने की वजह से ही Valles Marineris बना होगा। यह साल मंगल पर रिसर्च के मामले में बेहद खास रहने वाला है। अगले हफ्ते NASA का Perseverance रोवर मंगल पर लैंड होगा। चीन का तियानवेन मिशन और संयुक्त अरब अमीरात का मिशन Hope भी मंगल पर लैंड होंगे।