वैज्ञानिकों ने सुलझाई 200 साल पुरानी गुत्थी, दुनिया के लिए रहस्य हैं 'उड़ने वाले डायनासोर'
करीब 15 करोड़ साल पहले जब धरती पर डायनासोर का कब्जा था, उस समय आकाश में एक उड़ने वाले जीव टेरोसौर्स (Pterosaurs) का राज था।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| वॉशिंगटन करीब 15 करोड़ साल पहले जब धरती पर डायनासोर का कब्जा था, उस समय आकाश में एक उड़ने वाले जीव टेरोसौर्स (Pterosaurs) का राज था। इनको डायनासोर के समय में होने की वजह से इन्हें लोग 'उड़ने वाले डायनासोर' कहने लगे। जीवाश्मविज्ञानियों को आकाश के इस 'राजा' के बारे में अब तक बहुत कम जानकारी थी। इसी वजह से यह नहीं पता चल पा रहा था कि किस तरह से यह जीव विकसित होकर विशाल शरीर के बावजूद उड़ने लगा।
वैज्ञानिकों ने अब इस बड़ी गुत्थी को सुलझा लिया है। चर्चित जर्नल नेचर में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि छोटे और डायनासोर की तरह दिखने वाले जीव जिन्हें lagerpetids कहा जाता है, वे टेरोसौर्स के सबसे करीबी थे। दोनों का विकास मेल खाता है। इस महत्वपूर्ण खोज के बाद अब आसमान के पहले राजा के विकास और उसकी उड़ने की क्षमता के बारे में नई जानकारी मिल सकेगी।
वैज्ञानिकों ने सुलझाई 200 साल पुरानी गुत्थी
टेरोसौर्स आज से करीब 15 करोड़ साल पहले आकाश में दूर-दूर तक उड़ान भरते थे। हालांकि करीब 6.6 करोड़ साल पहले डायनासोर के साथ ही टेरोसौर्स भी धरती पर से विलुप्त हो गए। इन टेरोसौर्स को अक्सर ड्रैगन का प्रतिरूप कहा जाता है। ड्रैगन एक विशाल, टेढ़ा-मेढ़ा काल्पनिक जीव है। जीवाश्मविज्ञानियों के लिए टेरोसौर्स का विकास साक्ष्यों के अभाव में पिछले 200 साल से रहस्य बना हुआ था।
अब यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम के विशेषज्ञ मार्टिन डी इजकूरा के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं के दल ने यह निष्कर्ष निकाला है कि lagerpetids टेरोसौर्स परिवार का हिस्सा थे। lagerpetids दो पैरों वाले जीव होते थे जो डायनासोर के विलुप्त होने से पहले ही खत्म हो गए थे। शोधकर्ताओं को नार्थ अमेरिका, ब्राजील, आर्जेंटीन और मेडागास्कर से इस संबंध में कई अवशेष भी मिले हैं।
दुनिया के लिए रहस्य थे टेरोसौर्स
उन्होंने बताया कि lagerpetids आज से करीब 23 करोड़ 70 लाख साल पहले धरती पर पाए जाते थे। ये शुरू में छोटे होते थे और कीड़े खाते थे। हालांकि ये उड़ नहीं सकते थे। इसके बाद आए टेरोसौर्स दुनिया पहले ऐसे जीव थे जो उड़ सकते थे, इसके बाद चिड़िया और चमगादड़ आए। टेरोसौर्स के पहले अवशेष 18वीं शताब्दी में मिले थे और उसके बाद से ये दुनिया लिए रहस्य बने हुए थे।