जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दक्षिणी चिली (Southern Chile) के अलर्स कोस्तेरो नेशनल पार्क (Alerce Costero National Park) में दुनिया का सबसे पुराना पेड़ (World's Oldest Tree) है. यह एक साइप्रेस ट्री (Cypress Tree) है. जिसे हिंदी में सनौवर कहते हैं. सबसे पुराना कहने का मतलब है कि इस पेड़ की उम्र धरती पर मौजूद सभी पेड़ों से ज्यादा है. इसलिए वैज्ञानिक इसे 'ग्रेट ग्रैंडफादर' भी बुलाते हैं.
पेरिस स्थित क्लाइमेट एंड एनवायरमेंटल साइंसेस लेबोरेटरी के इकोलॉजिस्ट जोनाथन बारिचविच ने बताया कि इस साइप्रेस ट्री की उम्र 5484 साल हैं. हमने इसकी उम्र, आकार, फैलाव आदि का पता कंप्यूटर मॉडल से जांचकर पता लगाया है. यह एक विलुप्त होती प्रजाति का पेड़ है.
सनौवर के इस पेड़ के ऊपर कई तरह की एल्गी और फंगस भी लगे दिखे. कुछ छोटी झाड़ियां भी.
जोनाथन ने बताया कि कंप्यूटर मॉडल के जरिए हमने इसके 80 फीसदी विकास की कहानी पता कर ली है. सिर्फ 20 फीसदी संभावना बनती है कि यह पेड़ बताई गई उम्र से कम समय का हो. क्योंकि इस पेड़ का तना 4 मीटर व्यास का है. इसलिए इसके रिंग्स की गणना नहीं की जा सकती थी. इस पेड़ ने पिछले सबसे बुजुर्ग पेड़ का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
इससे पहले कैलिफोर्निया के व्हाइट माउटेंस में स्थित ब्रिस्टलकोन पाइन को सबसे पुराना पेड़ कहा जाता था. इसका नाम मेथुसेलाह (Methuselah). इसकी उम्र 4853 साल है. लेकिन ग्रेट ग्रैंडफादर की उम्र 5,484 साल है. जोनाथन कहते हैं कि कुछ वैज्ञानिक इस खुलासे से इत्तेफाक नहीं रखते लेकिन पेड़ में बिना छेद किए या काटे इसकी सही उम्र का पता लगाने का इससे सटीक तरीका नहीं हो सकता.
चार मीटर व्यास का तना है. इसलिए इसके छल्लों की गणना नहीं हो पाई.
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के ट्री रिंग लेबोरेटरी के डायरेक्टर एड कुक कहते हैं कि अगर हम पेड़ के अंदरूनी छल्लों की गणना नहीं कर सकते तो उसकी सही उम्र का पता लगाना मुश्किल होता है. लेकिन जोनाथन ने जिस तकनीक से इस पेड़ के उम्र की गणना की है, वो लगभग सटीक हो सकती है. ये बात तो पक्की है कि ये पेड़ 5000 साल से ज्यादा पुराना है.