स्पेस में नारंगी सूर्य को पार करते हुए दिखा ISS, नासा ने शेयर की फोटोस

अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के सूर्य को पार करते हुए

Update: 2021-06-28 08:24 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के सूर्य को पार करते हुए इसकी एक खूबसूरत तस्वीर को शेयर किया. इस तस्वीर को सूर्य के सामने से ISS के गुजर रहे सात फ्रेम्स को एक साथ करके बनाया गया है. NASA द्वारा शेयर की गई इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन नारंगी सूर्य (Sun) के सामने एक काले धब्बे की तरह दिखाई दे रहा है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने बताया कि 25 जून को वर्जीनिया के नेलिसफोर्ड से ISS की सात तस्वीरों को लिया गया, जिन्हें साथ में करते हुए इस तस्वीर को तैयार किया गया है.

NASA के मुताबिक, जिस समय इस तस्वीर को लिया गया, उस दौरान एस्ट्रोनोट्स शेन किम्ब्रू (Shane Kimbrough) और थॉमस पेस्क्वेट (Thomas Pesquet) स्पेस स्टेशन के बाहर स्पेसवॉक (Spacewalk) कर रहे थे. इस दौरान दोनों एस्ट्रोनोट्स ने 6 घंटे 45 मिनट स्पेस में बिताए. ये एस्ट्रोनोट्स इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के बाहर शक्तिशाली नए सौर पैनल लगाने के लिए कई दिनों से काम कर रहे हैं. स्पेस एजेंसी ने बताया कि जिस दौरान ISS सूर्य की परिक्रमा कर रहा था, उस समय इसकी रफ्तार आठ किलोमीटर प्रति सेकेंड थी.
पृथ्वी के ऊपर चक्कर लगा रहा है ISS
अमेरिकी स्पेस एजेंसी के मुताबिक, ISS पृथ्वी से 410 किलोमीटर की ऊंचाई पर ऑर्बिट में मौजूद है. पिछले हफ्ते एस्ट्रोनोट्स ने पहले सोलर विंग को ISS से जोड़ दिया था. लेकिन बिजली के कनेक्शन जोड़ने और इसकी पूरी 19 मीटर लंबाई में पैनल बिछाने में देरी हुई है. इन नए सोलर पैनल्स (Solar Panels) को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इन्हें रेड कार्पेट की तरह सतह पर बिछाया जा सकता है. ये पुराने वाले पैनल से बिल्कुल अलग हैं.
रूस अपना स्पेस स्टेशन तैयार करने में जुटा
दूसरी ओर, रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस (Roscosmos) ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से मंजूरी मिलने के बाद अपने खुद के स्पेस स्टेशन पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. रूसी एजेंसी का दावा है कि उसका ये स्पेस स्टेशन 2030 तक ऑपरेशनल हो जाएगा. इससे पहले अप्रैल 1971 में रूस ने सोयुत-1 (Soyut-1) नाम से एक स्पेस स्टेशन लॉन्च किया था. माना जा रहा है कि अगर नए स्पेस स्टेशन की परियोजना सफल होती है तो ये रूसी स्पेस एक्सप्लोरेशन के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी.
रूस ने ISS को बताया 'खतरनाक कबाड़'
1998 से रूस (Russia) ने अमेरिका सहित कई अन्य देशों के साथ NASA के इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का संचालन किया था. लेकिन अभी कुछ दिन पहले ही रूस ने ISS को एस्ट्रोनोट्स के लिए खतरनाक कबाड़ घोषित किया था. इस बयान के बाद रूस को अब अपने स्पेस स्टेशन की जरूरत है. रोस्कोस्मोस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन (Dmitry Rogozin) ने कहा कि अगर हम इसे 2030 में अपनी योजनाओं के अनुसार ऑर्बिट में स्थापित कर सकते हैं तो यह एक बड़ी सफलता होगी.


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