नवरात्रि के छठे दिन करे माँ कात्यायनी की पूजा

Update: 2023-03-26 17:41 GMT
चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. उनके नौ स्वरूपों में छठा रूप मां कात्यायनी का है. पौराणिक कथा के अनुसार, ऋषि कात्यायन की घोर तपस्या करने के बाद मां दुर्गा उनके घर पुत्री के रूप में जन्म ली थीं और इस तरह उनका नाम कात्यायनी पड़ा.मां दुर्गा के छठे स्वरूप का नाम कात्यायनी है इसलिए नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. 27 मार्च को मां कात्यायनी की पूजा (Maa Katyayani Puja Vidhi) विशेष विधि से होगी. इसमें उनका मंत्र और उन्हें क्या भोग लगाएं ये सबकुछ शामिल होता है.
नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा कैसे करें 
नवरात्रि के छठें दिन मां कात्यायनी की पूजा विधि विधान से करनी चाहिए, ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से भक्तों को फल की प्राप्ति होती है. मां कात्यायनी की पूजा गोधुली बेला में मां की पूजा करें. स्नान करने के बाद लाल वस्त्र धारण करें. इसके बाद मां का गंगाजल से आचमन करें. मां कात्यायनी का ध्यान करते हुए, धुप-दीप जलाएं. रोली से मां का तिलक करें और अक्षत लगाएं और फूल अर्पित करें. मां को पीले फूल अर्पित करें. अंत में मां कात्यायनी से भूल-चूक की क्षमायाचना करते हुए उनकी आरती करें. इसके साथ ही मां कात्यायनी का मनपसंद भोग लगाना नहीं भूलें.उन्हें शहद बेहद पसंद है. जो भक्त मां कात्यायनी का पूजन करते हैं उन्हें मां कात्यायनी को को शहद वाला पान अर्पित करना चाहिए. आप मां को अलग से शहद का भी भोग लगा सकते हैं.
मां कात्यायनी मंत्र 
1.या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
2.चंद्र हासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना|
कात्यायनी शुभंदद्या देवी दानवघातिनि||
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