Shani Trayodashi: क्या आप शनि की साढ़ेसाती या महादशा से परेशान हैं, ये उपाय और प्रार्थनाएं आपको चिंता मुक्त कर देंगी
Shani Trayodashi: शनि त्रयोदशी विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए बहुत लाभकारी है, जो शनि के प्रतिकूल प्रभाव से पीड़ित हैं या जिनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या महादशा चल रही है। इस दिन शनि देव की पूजा करने से व्यक्ति को उनके कुप्रभावों से मुक्ति मिलती है और जीवन में समृद्धि, शांति और सफलता की प्राप्ति होती है।
शनि प्रदोष उपाय: शनि प्रदोष के दिन विशेष रूप से शनि के मंत्रों का जाप करना और उनके सामने तेल का दीपक जलाना शुभ माना जाता है। शनि के मंत्रों का जाप करें-
ॐ शं शनैश्चराय नमः
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नमः
शनि स्तोत्र या शनि चालीसा का पाठ करना विशेष लाभकारी होता है।
तिल का तेल और तिल के बीज शनि देव को अर्पित करने के लिए उपयोगी माने जाते हैं।
काले रंग के वस्त्र पहनना, ताम्र पत्र और लोहे की वस्तुएं दान में देना भी शुभ माना जाता है।
शनि त्रयोदशी की पूजा विधि:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें।
शनि देव का चित्र या मूर्ति स्थापित करें और उसके सामने तेल का दीपक जलाएं।
शनि देव को तिल और तेल अर्पित करें।
शनि देव को नीला या काला वस्त्र अर्पित करें क्योंकि यह रंग शनि के प्रिय रंग माने जाते हैं।
दान के रूप में शनि त्रयोदशी पर तांबा, लोहे की वस्तुएं, काले तिल, और काला कपड़ा दान करना पुण्यकारी माना जाता है।
अंत में प्रसाद चढ़ाकर शनि देव से कष्टों से मुक्ति की प्रार्थना करें।