सनातन धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है। लेकिन इन सभी में एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना जाता है। जो कि हर महीने पड़ता है अभी वैशाख का पावन महीना चल रहा है और इस महीने पड़ने वाली एकादशी को मोहिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। जो कि वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन मनाई जाती है।
इसी पवित्र दिन पर भगवान विष्णु ने मोहिनी का अवतार लिया था। इस बार मोहिनी एकादशी का व्रत 1 मई दिन सोमवार यानी की आज रखा जा रहा है इस दिन भक्त दिनभर उपवास रखते हैं और भगवान विष्णु के मोहिनी रूप की पूजा करते हैं मान्यता है कि श्री हरि के इस रूप की पूजा करने से धन, दौलत और सुख समृद्धि प्राप्त होती है। साथ ही साथ सौभाग्य भी बढ़ता है तो आज हम आपको एकादशी व्रत पूजन की विधि बता रहे हैं तो आइए जानते है।
मोहिनी एकादशी व्रत पूजन विधि—
आपको बता दें कि एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर व्रत पूजन का संकल्प करें। अब पूजन स्थल की अच्छी तरह साफ सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव करें। भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें भगवान को रोली, मौली, पीला चंदन, अक्षत, पीले पुष्प, ऋतुफल, मिष्ठान आदि भगवान को अर्पित करें। इसके बाद धूप दीपक जलाकर भगवान की आरती करें।
इसके बाद 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ' मंत्र का जाप करें और विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का विधिवत पाठ करें अंत में प्रभु से अपनी प्रार्थना कहें। इस दिन दीप दान करना भी उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि एकादशी के दिन अगर गरीबों व जरूरतमंदों को दान दिया जाए तो इससे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर कृपा करती है और धन लाभ प्रदान कराती है।