ज्योतिष न्यूज़ : आज यानी 11 अप्रैल दिन गुरुवार को चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन है जो कि मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा आराधना को समर्पित किया गया है इस दिन भक्त देवी मां चंद्रघंटा की उपासना में लीन रहते हैं और व्रत आदि भी रखे हैं माना जाता है कि मां चंद्रघंटा की आराधना करने से जीवन में सखु और शांति आती है साथ ही सारे कष्ट भी दूर हो जाते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा मां चंद्रघंटा की पूजा विधि के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मां चंद्रघंटा की पूजा विधि—
नवरात्रि के तीसरे दिन सुबह उठकर देवी देवताओं का ध्यान करें इसके बाद स्नान आदि करके साफ वस्त्रों को धारण करें अब मंदिर की सफाई करके गंगाजल का छिड़काव करें। फिर माता को पुष्प माला अर्पित करें सिंदूर या कुमकुम लगाकर मां चंद्रघंटा को श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें और देसी घी का दीपक जलाएं
अब आरती करके दुर्गा चालीसा का पाठ भक्ति भाव से करें इसके बाद फल और मिठाई का भोग माता को लगाएं। इसके बाद प्रसाद का वितरण भक्तों में करें और पूजन के दौरान मां चंद्रघंटा के चमत्कारी मंत्रों का जाप जरूर करें माना जाता है कि ऐसा करने से देवी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं और कष्टों को हर लेती हैं।
मां चंद्रघंटा के चमत्कारी मंत्र—
पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥
या देवी सर्वभूतेषु माँ चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥