कन्या संक्रांति;सनातन धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते है और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन कन्या संक्रांति बेहद ही खास मानी गई हैं जो सूर्य पूजा को समर्पित होती है। ज्योतिष अनुसार जब सूर्य एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो उसे संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस बार सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करने जा रहा है जिसे कन्या संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
इस दिन भगवान सूर्यदेव की पूजा का विधान होता है इस बार कन्या संक्रांति 17 सितंबर को मनाई जाएगी। कन्या संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान श्री सूर्य देव की उपासना करने और दान पुण्य देने से जीवन में लाभ ही लाभ मिलता है साथ ही कष्टों में भी कमी आती है तो आज हम आपको कन्या संक्रांति पर शुभ मुहूर्त बता रहे हैं।
कन्या संक्रांति का शुभ समय—
धार्मिक पंचांग के अनुसार कन्या संक्रांति पर ब्रह्म मुहूर्त सुबह 3 बजकर 54 मिनट से सुबह 4 बजकर 41 मिनट तक प्राप्त हो रहा है साथ ही इस दिन हस्त नक्षत्र का भी निर्माण हो रहा है जो सुबह 10 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस मुहूर्त में पूजा पाठ करने से साधक को दोगुना फल प्राप्त होगा।
कन्या संक्रांति पर दान मुहूर्त—
ज्योतिष अनुसार कन्या संक्रांति के दिन पुण्य काल में पूजा और दान धर्म करने से जातक को विशेष लाभ मिलता है कन्या संक्रांति के दिन पुण्य काल दोपहर 1 बजकर 43 मिनट से शाम 5 बजकर 43 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस अवधि में अगर गरीबों और जरूरतमंदों को दान किया जाए तो देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और कष्टों में कमी आती है आप इस दिन गरीबों को अन्न, जल और फल का दान कर सकते है इसके साथ ही वस्त्रों का दान भी उत्तम होगा।