Govardhan Puja लाइफस्टाइल न्यूज़: आज देशभर में गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जा रहा है. आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ साथ गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है. पूजा के बाद भगवान कृष्ण को 56 तरह के भोग लगाए जाते हैं. पौराणिक कथाओं के मुताबिक श्री कृष्ण की पूजा के दौरान कुछ नियमों का पालन करें. अगर कोई भक्त नियम का पालन नहीं करता है तो उसे पूजा के संपूर्ण फल से वंचित रह सकता है. तो चलिए हम आपको बताते हैं गोवर्धन पूजा से जुड़े कुछ नियम.
कब है शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक इस साल गोवर्धन पूजा कि तिथि का आरंभ 1 नवंबर को शाम 06:16 मिनट से हुआ. इस मुहूर्त का समापन आज यानि कि 2 नवंबर 2024 की रात 8 बजकर 21 मिनट पर होगा. सूर्य उदयातिथि के मुताबिक इस बार गोवर्धन पूजा कात्योहार 2 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजे से लेकर सुबह 8 बजकर 46 मिनट तक रहेगा.
पूजा में पांच बातों का रखें ख्याल
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक गोवर्धन पूजा बंद कमरे में न करें. अन्नकूट और गोवर्धन पूजा घर के आंगन में करें. अक्सर ऐसा देखा गया है कि लोग घर के बाहर खुली जगह में इस पूजा को करते हैं. अगर बंद कमरे में पूजा करते हैं तो संपूर्ण फल की प्राप्ती नहीं हो पाती है.
आज के दिन गौ माता की विशेष पूजा की जाती है. इसके लिए अहले सुबह गौ माता को स्नान कराएं. उन्हें तिलक करें और चारा खिलाएं. चारा खिलाने के बाद 7 या 11 बार गौ माता की परिक्रमा करे.
मान्यता है कि कभी भी गोवर्धन पूजा अकेले न करें.पूजा के दौरान कम से कम परिवार के सभी सदस्य जरूर रहें.
अगर संभव हो तो आज के दिन गोवर्धन पर्वत की परिक्रम जरूर करें. बीच में परिक्रमा न छोड़ें. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. मान्यता है कि शुभ फल के लिए परिक्रमा हमेशा नंगे पैर करें.
पूजा के दिन घर में तामसिक भोजन बनाने से बचें. इसके अलावा इस दिन क्रोध-गुस्सा न करें और किसी को गलत बोलने से बचें.