गजानन के किस स्वरूप की पूजा करने पर कौन सा फल मिलता है, जानिए

भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन की सभी विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में मंगल ही मंगल होता है. रिद्धि-सिद्धि के देवता का आशीर्वाद पाने के लिए आखिर गजानन के किस स्वरूप की पूजा करने पर कौन सा फल मिलता है, जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.

Update: 2021-09-14 06:40 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शुभता एवं मंगल का प्रतीक माने जाने वाले प्रथम पूजनीय गणपति की साधना अत्यंत ही फलदायी है. गणपति अपने साधकों की पलक झपकते ही बड़ी से बड़ी बाधा को दूर कर देते हैं. विघ्नहर्ता, मंगलकर्ता गौरी पुत्र गणेश जी की महिमा का गुणगान तमाम पुराणों, शास्त्रों में किया गया है. देवाधिदेव के विभिन्न स्वरूपों की पूजा करने का अपना अलग-अलग महत्व है. आइए जानते हैं कि आखिर किस कामना के लिए गणपति के किस स्वरूप की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए.

हरिद्रा गणपति
गणपति का यह स्वरूप हरिद्रा नाम की जड़ से तैयार किया जाता है. हरिद्रा निर्मित गणेश मंगल के प्रतीक मान जाते हैं. यदि किसी जातक के विवाह आदि में बाधा आ रही हो और उम्र बीतती जा रही हो तो उसे हरिद्रा गणपति का विशेष रूप से पूजन करना चाहिए. शीघ्र विवाह की कामना को पूरा करने के लिए कन्या या बालक को अपने गले में हरिद्रा गणपति को लॉकेट के रूप में धारण करना चाहिए.
स्फटिक गणेश
गणपति की विशेष साधना के लिए यह मूर्ति स्फटिक से बनाई जाती है. स्फटिक अपने आप में स्वयंसिद्ध रत्न है, ऐसे में गणपति की इस प्रतिमा का महत्व कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है. स्फटिक के गणेश जी की पूजा करने से धन के अपव्यय एवं विघ्नों से रक्षा और जीविका तथा व्यवसाय में बरकत होती.
गणेश शंख
गणेश जी कृपा पाने के लिए इस शंख को घर में विशेष रूप से रखा जाता है. इस शंख की आकृति गणपति के आकार की होती है. गणेश शंख को घर या कार्य क्षेत्र मेंं स्थापित कर प्रतिदिन पूजन एवं दर्शन मात्र से गणपति की कृपा बरसती है. जीवन से जुड़ी सभी बाधाओं का नाश होता है.
गणेश यंत्र
गणपति की कृपा दिलाने वाला यह यंत्र अत्यंत चमत्कारिक फल देने वाला होता है. गणेश यंत्र को घर में अथवा व्यवसाय स्थल, फैक्ट्री, दुकान या कार्यालय में स्थापित करके प्रतिदिन पूजा करने पर जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं और साधक को प्रत्येक कार्य में सफलता मिलती है.
गणेश रुद्राक्ष
गणपति की कृपा पाने के लिए रुद्राक्ष भी एक महाउपाय है. इसके लिए गणेश रुद्राक्ष को विधि-विधान से पूजा करके धारण करना चाहिए. गणेश रुद्राक्ष पढ़ने-लिखने वाले विद्यार्थियों की उन्नति के लिए अत्यंत शुभ साबित होता है. छात्रों को इसे अपने गले में धारण करना चाहिए.
श्वेतार्क गणपति
श्वेतार्क एक पौधे के जड़ से बनी गणपति की मूर्ति अत्यंत शुभ फल प्रदान करने वाली होती है. श्वेतार्क गणपति को विधि-विधान से घर में स्थापित करने और उनकी विधिवत पूजा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है. श्वेतार्क गणपति की पूजा करने वाले साधक की सभी अभिलाषाएं पूर्ण होती हैं.


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