Shanivar Upay: इन 3 राशियों के लिए है शनिवार का दिन खास, जानें महत्व

Update: 2022-06-04 13:21 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कर्मफलदाता शनि देव के प्रकोप से व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक, मानसिक जैसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। माना जाता है कि शनिदेव की कृपा जिस व्यक्ति के ऊपर होती हैं तो उसे रंग से राजा बना देते हैं और वहीं इसके उल्टे शनिदेव की टेढ़ी नजर होने पर राजा भी रंक बन जाता है। इसी कारण व्यक्ति को कुंडली में शनि दोष, शनि साढ़े साती और ढैय्या का सामना करना पड़ता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए विभिन्न तरीके उपाय अपना सकते हैं। जानिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कौन से उपाय करने से शनिदेव की कुदृष्टि से बचा जा सकता है।

3 जून का दिन इन राशियों के लिए खास
शनि ग्रह के गोचर से मीन राशि पर साढ़ेसाती आरंभ हो गई है और धनु राशि के लोग साढ़े साती से पूरी तरह से मुक्त हो गए है। इसके साथ ही कुंभ राशि पर साढ़े साती का दूसरा चरण आरंभ होगा और मकर राशि पर साढ़े साती का अंतिम चरण आरंभ हो गया है। मिथुन राशि, तुला राशि से शनि की ढैया समाप्त हो गई है। वहीं कर्क राशि और वृश्चिक राशि पर ढैय्या का आरंभ हो गई है।
शनिदेव को प्रसन्न करने के अन्य उपाय
छाया दान करें
शनिवार के दिन कांसे की एक कटोरी में सरसों का तेल लें और उसमें एक सिक्का डालकर अपनी परछाई उसमें देखें और फिर इसे शनि मंदिर में रख दें या फिर तेल मांगने वाले को दे दें। इसके साथ ही शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जरूर जला लें। ऐसे 5 शनिवार करने से शनि दोष, साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव कम हो जाएगा।
कुत्ते को खिलाएं रोटी
शनिवार के दिन एक रोटी में सरसों का तेल लगाकर काले या फिर किसी अन्य रंग के कुत्ते को खिला दें। ऐसा करने से व्यक्ति की कुंडली में लगा शनिदोष काफी हद तक कम हो जाता है।
शनि के इन मंत्रों का करें जाप
शनिवार के दिन शनिदेव की विधिवत पूजा करने के साथ इन मंत्रों का जरूर जाप करना चाहिए। मंत्र है -ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः और ॐ शं शनैश्चराय नमः। इसके साथ ही शनि चालीसा का पाठ करें।
पीपल की पूजा
शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि इस दिन पीपल की पूजा करने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को हर कष्ट से छुटकारा दिलाता है। इसलिए सुबह के समय पीपल के पेड़ को जल दें और शाम के समय सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाएं।
हनुमान जी की पूजा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं। इसलिए आज शनिदेव के साथ हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें।


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