गणेश उत्सव पर भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए ये विशेष मंत्र का करे उपचार
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक गणेश उत्सव मनाया जाता है।
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक गणेश उत्सव मनाया जाता है। इस साल गणेश उत्सव 10 सितंबर,दिन शुक्रवार से शुरू होकर 19 सितंबर तक मनाया जाएगा। इस काल में भगवान गणेश के भक्त पूरी श्रद्धा और मनोयोग से गणपति पूजन करते हैं। लोग अपने घरों और पण्ड़ालों में गणपति की स्थापना कर विधि-पूर्वक दस दिनों तक पूजन-अर्चन करते हैं। मान्यता है कि इस काल में भगवान गणेश का पूजन और भजन विशेष फलदायी होता है। गणपति बप्पा अपने भक्तों के लिए सुख और सौभाग्य लेकर आते हैं तथा उनकी सभी मनोकामानाओं की पूर्ति करते हैं। आइए जानते हैं गणेश उत्सव पर भगवान गणेश को प्रसन्न करने के विशेष मंत्र.....
1-'गं' – ये भगवान गणेश का बीज मंत्र है।
2- ऊँ गं गणपतये नमः – इस मंत्र का जप करने से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है।
3- ऊँ वक्रतुंडाय हुम् - गणेश जी के इस षडाक्षर मंत्र का जप आर्थिक प्रगति व समृद्धि का दायक है।
4- गं क्षिप्रप्रसादनाय नम: - भगवान गणेश का यह मंत्र आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न, बाधांए दूर करता है।
5- ऊँ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
रोजगार की प्राप्ति व आर्थिक वृद्धि के लिए लक्ष्मी विनायक मंत्र का जप करें।
6- ऊँ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
गणेश गायत्री मंत्र का जाप करने से आपके घर में सुख और शान्ति का आगमन होगा।
7- ऊँ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
गणेश कुबेर मंत्र, ये कर्जों से मुक्ति दिलाता है और धन लाभ भी प्रदान करता है।
8- ऊँ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करने वालों को त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र का जप करना चाहिए।