Rahu Nakshatra Transit 2021: सितंबर में सूर्य के नक्षत्र में राहु का गोचर, जानिए इस दौरान किन राशि वालों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में राहु को क्रूर ग्रह माना जाता है। कुंडली में राहु के कमजोर होने पर जातक को कष्टों का सामना करना पड़ता है।

Update: 2021-09-15 03:29 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में राहु को क्रूर ग्रह माना जाता है। कुंडली में राहु के कमजोर होने पर जातक को कष्टों का सामना करना पड़ता है। राहु मिथुन राशि में उच्च और धनु राशि में नीच का होता है। ये आद्रा, स्वाति और शतभिषा नक्षत्र का स्वामी है। राहु को एक छाया ग्रह माना जाता है। वर्तमान में राहु वृषभ राशि पर संचार कर रहा है। 19 सितंबर को राहु रोहिणी नक्षत्र से सूर्य के कृत्तिका नक्षत्र में गोचर करेगा। जानिए इस दौरान किन राशि वालों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें-

1. वृषभ- राहु नक्षत्र परिवर्तन से आपको मानसिक तनाव हो सकता है। गलत कामों में लिप्त हो सकते हैं। बुरी आदतें लग सकती हैं। किसी करीबी से धोखा मिल सकता है। धन हानि के योग बनेंगे। सेहत खराब हो सकती है।
2. तुला- तुला राशि वालों का मन परेशान रहेगा। इस दौरान जोखिम भरे कामों से बचें। धन हानि के योग बनेंहे। वाद-विवाद से बचें, वरना कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ सकते हैं।
3. वृश्चिक- इस दौरान आपको लंबी यात्रा से नुकसान हो सकता है। वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव से नुकसान हो सकता है। चोट सकती है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। कार्यस्थल पर मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
4. कुंभ- कुंभ राशि वालों के बनते काम बिगड़ सकते हैं। गुस्से पर काबू रखें। गुप्त शत्रुओं से सतर्क रहें। किसी भी नए काम की शुरुआत न करें। निवेश में नुकसान हो सकता है।
राहु का राशि परिवर्तन कब होगा?
राहु 23 सितंबर 2020 से वृषभ राशि में विराजमान हैं। साल 2021 में राहु का राशि परिवर्तन नहीं होगा। 12 अप्रैल 2022 को राहु मंगल ग्रह की मेष राशि में गोचर करेगा।
राहु ग्रह के मंत्र-
-ॐ कया नश्चित्र आ भुवदूती सदावृध: सखा। कया शचिष्ठया वृता।।
-ॐ रां राहवे नमः
-ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः


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