MahaKumbh: गंगा में डुबकी लगाने से पहले जाने नियम तभी मिलेगा पुण्य फल

Update: 2025-01-03 08:24 GMT
MahaKumbh ज्योतिष न्यूज़  : महाकुंभ के आयोजन की तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही है और इसे लेकर लोगों में काफी उत्साह भी देखने को मिल रहा है आपको बता दें कि यूपी यानी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 12 वर्षों के बाद साल 2025 में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस बार महाकुंभ में 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं और भक्तों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
 जिसे देखते हुए सुविधाओं के इंतजाम भी उसी स्तर से किए जा रहे हैं। पंचांग के अनुसार इस बार महाकुंभ का मेला पौष पूर्णिमा से आरंभ होकर महाशिवरात्रि तक चलेगा। प्रयागराज में इससे पहले साल 2013 में महाकुंभ मेले का आयोजन किया गया था। लेकिन इस बार लगने जा रहे महाकुंभ मेला उससे भी कहीं अधिक दिव्य और विराट होने वाला है। क्योंकि इस महाकुंभ की तैयारियों पर स्वयं पीएम मोदी और सीएम योगी की नजरें बनी हुई हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि महाकुंभ में शाही स्नान के समय किन बातों का ध्यान रखने से पूर्ण फलों की प्राप्ति होगी, तो
आइए जानते हैं।
 राजसी स्नान के जरूरी नियम—
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाकुंभ के दौरान ग्रह नक्षत्रों की विशेष स्थिति होती है जिसकी वजह से संगम का जल पवित्र हो जाता है इसलिए इस दौरान राजसी स्नान करना शुभ माना जाता है। राजसी स्नान करते समय कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है वरना पुण्य की प्राप्ति नहीं होती है। महाकुंभ में सबसे पहले राजसी स्नान साधु संतो द्वारा किया जाता है इसके बाद आम लोगों का नंबर आता है।
 स्नान के दौरान शैंपू या साबुन का प्रयोग भूलकर भी न करें। माना जाता है कि ऐसा करने से जल गंदा हो जाता है। स्नान के बाद जरूरतमंदों को भोजन, धन, वस्त्र आदि उपयोगी चीजों का दान जरूर करें ऐसा करने से लाभ मिलता है। कुंभ मेले के दौरान स्नान करते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए कि कुंभ के दौरान कम से कम पांच बार गंगा में डुबकी जरूर लगाएं। गंगा स्नान की सही परंपरा है और इसका पालन करें तभी आपको गंगा स्नान का फल प्राप्त होगा।
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