जानिए क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड ज़ूनोज डे?
लोगों का जानवरों के प्रति बढ़ता प्रेम उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. जी हां, कुछ खतरनाक बीमारियां ऐसी होती हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। लोगों का जानवरों के प्रति बढ़ता प्रेम उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. जी हां, कुछ खतरनाक बीमारियां ऐसी होती हैं जो जानवरों से इंसानों में प्रवेश कर सकती हैं. बता दें कि ऐसी संक्रामक बीमारियों को ही जूनोसिस (Zoonoses) कहते हैं. हर साल6 जुलाई को विश्व जूनोसिस दिवस(World Zoonoses Day) मनाते हैं. इस दिन को मनाने का मकसद जानवरों से इंसानों में फैलने वाली संक्रामक बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करना है. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि 6 जुलाई के दिन ही क्यों मनाते हैं World Zoonoses Day.
क्यों मनाया जाता है World Zoonoses Day?
रेबीज नामक बीमारी जानवरों से इंसानों में फैलने वाली होती है. ये बीमारी लोगों के लिए बेहद खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकती है. अब सवाल ये है कि 6 जुलाई को ही क्यों जूनोसिस मनाया जाता है. बता दें कि 6 जुलाई 1885 के दिन ही पहली बार रेबीज का टीका बनाया गया था. बता दें कि ये टीकी महान वैज्ञानिक लुई पाश्चर (Louis Pasteur) द्वारा बनाया गया था. यही कारण है कि हर साल इसी दिन वर्ल्ड जूनोसिस डे मनाया जाता है. क्या आप जानते हैं कि ऐसी कितनी बीमारियां हैं जो जानवरों से इंसानों को हो सकती हैं. अगर नहीं तो बता दें कि 150 से ज्यादा ऐसी समस्याएं हैं जो जानवरों से इंसानों में हो सकती है.
जानवरों से इंसानों में होने वाली बीमारी
मलेरिया
स्केबीज
मंकी फीवर
रेबीज
डेंगू
इबोला
इंसेफ्लाइटिस
बर्ड फ्लू
स्वाइन फ्लू
हेपेटाइटिस E
पैरेट फीवर
ट्यूबरक्युलोसिस (टीबी)
रिंग वॉर्म