परीक्षा में होना है सफल, तो इस दिशा में जरूर करें पढ़ाई, जानें वास्तु टिप्स
स्टडी रूम की गलत दिशा में उपस्थिति विद्यार्थी के लिए कई प्रकार से नकारात्मक सिद्ध होती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| स्टडी रूम की गलत दिशा में उपस्थिति विद्यार्थी के लिए कई प्रकार से नकारात्मक सिद्ध होती है। वास्तु के अनुसार कुछ ऐसी दिशाएं होती हैं, जहां पढ़ाई करना मानसिक तनाव और डिप्रेशन का कारण बन जाता है, तो कभी व्यक्ति को कितनी भी मेहनत करने पर अच्छे परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं, इसलिए आपका यह जानना जरुरी है कि अगर आप भी ऐसी ही किसी दिशा में बैठकर पढ़ाई करते हैं, तो अपना स्थान बदल लें। आइए वास्तुकार संजय कुड़ी से जानते हैं कि वास्तु के अनुसार स्टडी करने के लिए कौन सी दिशाएं सही नहीं मानी जाती हैं।
1. पश्चिमी वायव्य
पश्चिमी वायव्य दिशा पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा के मध्य में स्थित होती है। यह स्थान पढ़ने के लिए या स्टडी रूम के लिए बिलकुल प्रतिकूल है। इस स्थान पर अगर कोई व्यक्ति पढ़ाई करता है, तो वह उसके लिए मानसिक तनाव और अवसाद का कारण बन सकती है। इस दिशा में ऐसे किसी भी कार्य को सम्पादित करने से बचना चाहिए, जिसके लिए आपको लम्बे समय तक यहां पर बैठना पड़े। विशेषतौर पर मानसिक क्षमता से जुड़े कार्य जैसे कि पढ़ाई करने के लिए यह स्थान वास्तु के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है।
2. दक्षिणी नैऋत्य
दक्षिणी नैऋत्य दिशा दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम दिशा के मध्य में स्थित होती है। दक्षिणी नैऋत्य में बैठकर पढ़ने पर इम्तिहानों में बच्चों को अच्छे अंक प्राप्त नहीं होते हैं। इस दिशा में स्टडी रूम होने पर अगर विद्यार्थी बहुत अधिक परिश्रम भी करता है, तो भी अंतिम नतीजों में उसे अच्छे अंक और सफलता प्राप्त करने से वंचित रहना पड़ता है। यहां पर अध्ययन सामग्री भी रखने से बचें, तो बेहतर होगा।
3. पूर्वी आग्नेय
पूर्वी आग्नेय पूर्व दिशा और दक्षिण-पूर्व दिशा के मध्य में स्थित होती है। यह दिशा पश्चिमी वायव्य और दक्षिणी नैऋत्य की अपेक्षा बेहतर है, लेकिन फिर भी एक बहुत अच्छा विकल्प इसे नहीं माना जा सकता है। सामान्यतया पूर्वी आग्नेय में स्थित स्टडी रूम में पढ़ने से व्यक्ति किसी भी विषय का जरुरत से अधिक विश्लेषण करने लग जाता है। फलस्वरूप कार्य को समय पर और ठीक तरीके से पूरा करने की व्यक्ति की क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ता है।
ध्यान रखने योग्य कुछ बातें
1- अगर आप स्कूली और कॉलेज शिक्षा पूरी कर चुके हैं और नौकरी प्राप्त करने के लिए पढाई कर रहे हैं, तो आपके लिए सबसे उत्तम स्थान उत्तर दिशा है।
2- अगर बच्चे पढ़ाई मन लगा कर करते हैं और फिर भी इच्छित परिणाम प्राप्त नहीं होता है तो ऐसी परिस्थिति में बच्चे के स्टडी करने के लिए पश्चिम दिशा अच्छी है| इस दिशा में बैठने पर विद्यार्थी को उसकी मेहनत के अनुरूप परिणाम जरुर मिलेंगे।