आज एकादशी के दिन ये शुभ संयोग बनने से इस दिन का बढ़ रहा महत्व

पापांकुशा एकादशी 6 अक्टूबर, गुरुवार को है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित मानी गई है। गुरुवार का दिन भी भगवान विष्णु का माना गया है। ऐसे में पापांकुशा एकादशी गुरुवार के दिन पड़ने के कारण इस दिन का महत्व और बढ़ रहा है।

Update: 2022-10-06 05:30 GMT

 पापांकुशा एकादशी 6 अक्टूबर, गुरुवार को है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित मानी गई है। गुरुवार का दिन भी भगवान विष्णु का माना गया है। ऐसे में पापांकुशा एकादशी गुरुवार के दिन पड़ने के कारण इस दिन का महत्व और बढ़ रहा है।

कैसे नाम पड़ा पापांकुशा एकादशी-

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पापरुपी हाथी को व्रत के पुण्यरुपी अंकुश से भेदने के कारण इस तिथि का नाम पांपाकुशा एकादशी पड़ा। इस दिन मौन रहकर भगवान विष्णु की अराधना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधिवत पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस व्रत से एक दिन पहले दशमी के दिन गेहूं, उड़द, मूंग, चना, जौ, चावल तथा मसूर का सेवन नहीं करना चाहिए। इस व्रत के प्रभाव से व्रती, बैकुंठ धाम प्राप्त करता है।

पापांकुशा एकादशी शुभ मुहूर्त 2022-

ब्रह्म मुहूर्त- 04:39 ए एम से 05:28 ए एम।

अभिजित मुहूर्त- 11:45 ए एम से 12:32 पी एम।

विजय मुहूर्त- 02:06 पी एम से 02:53 पी एम।

गोधूलि मुहूर्त- 05:50 पी एम से 06:14 पी एम।

अमृत काल 09:58 ए एम से 11:28 ए एम।


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