क्या आंगन में नारियल का पेड़ सुख देता है

यदि नौकरी या व्यापार में मनचाही सफलता नहीं मिल रही है तो आंगन में नारियल का पेड़ लगाना चाहिए।

Update: 2023-01-14 18:00 GMT

हिन्दू धर्म में नारियल का पेड़ बहुत ही शुभ माना जाता है। इसे श्रीफल कहते हैं। श्रीफल अर्थात माता लक्ष्मी को यह फल पसंद है। दक्षिण भारत में नारियल पूर्णिमा नाम से पर्व मनाया जाता है। मंदिर में नारियल फोड़ना या चढ़ाने का रिवाज है। आओ जानते हैं कि यदि नारियल का वृक्ष घर में लगाया तो क्या होगा फायदा।

1. यदि नौकरी या व्यापार में मनचाही सफलता नहीं मिल रही है तो आंगन में नारियल का पेड़ लगाना चाहिए।
2. यदि आप कर्ज में डूबे हैं और कर्ज से मुक्ति चाहते हैं तो आंगन में नारियल का पेड़ लगाना चाहिए।
3. आपके मन में सुख और समृद्धि की कामना है तो आंगन में नारियल का पेड़ लगाना चाहिए।
4. नारियल के पेड़ को वास्तु के अनुसार आंगन की उचित दिशा में लगाना चाहिए अन्यथा नुकसान हो सकता है।
5. नारियल के कई ज्योतिष उपाय भी बताए जाते हैं।
6. नारियल के कई धार्मिक और मांगलिक उपयोग भी होते हैं।
7. नारियल पानी, खोपरा आदि सभी सेहत के लिए फायदेमंद हैं। यह कई तरह के रोगों में लाभदायक है। नारियल में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स, पोटेशियम, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
8. पानीदार एक नारियल लें और उसे अपने ऊपर से 21 बार वारें। वारने के बाद उसे किसी देवस्थान पर जाकर अग्नि में जला दें। ऐसा परिवार के जिस सदस्य पर संकट हो उसके ऊपर से वारें। उक्त उपाय किसी मंगलवार या शनिवार को करना चाहिए। 5 शनिवार ऐसा करने से जीवन में अचानक आए कष्ट से छुटकारा मिलेगा। यदि किसी सदस्य की सेहत खराब है तो ऊसके लिए यह ऊपाय उत्तम है।
9. नारियल फल को खाकर आप भूख मिटा सकते हैं। पानी को पीकर प्यास मिटा सकते हैं। नारियल फल को जलाकर आप कुछ पका सकते हैं या उजाला कर सकते हैं। नारियल की छाल या जटा से आप रस्सी या चटाई बना सकते हैं।
10. इससे घरों के पाट अर्थात बर्तन भी बनाए जाते हैं। नारिलय की लकड़ी से आप चाहे तो फर्निचर भी बना सकते हो। इसके पत्तों से से पंखे, टोकरियां, चटाइयां आदि बनती हैं। नारियल की जटा से ब्रश और थैले भी बनाए जा सकते हैं। नारियल की छाल या जटा को गद्दों में भी बरा जाता है। नारियल से नारियल का तेल भी बनता है। इस तेल के कई उपयोग होते हैं।
11. नारियल की लकड़ी, छाल और फल की खोल को मिलाकर झोपड़ी भी बनाई जा सकती है। नारियल की छाल या जटा से खस की टाट जैसी टाट भी बनाकर गर्मी से बचने के लिए दरवाजे या खिड़कियों में पर्दे की तरह लगा सकते हैं।
12. छत्तीसगढ़ के रायपुर में कृषि विभाग में कार्यरत बीडी गुहा ने आश्चर्यजनक रूप से नारियल से ब्लड ग्रुप पहचानने की तकनीक ईजाद की है। गुहाकिसी भी व्यक्ति को बिना छुए महज 10 सेकंड में ब्लड ग्रुप बता देते हैं। गुहा का दावा है कि वे इससे (14) भरा और खाली सिलेंडर, (15) जमीन के अंदर का पानी, (16) भूमिगत सुरंगों की भी पहचान कर सकते हैं। प्राचीनकाल में लोग ऐसा करते भी थे।


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