गणपति की पूजा का महाउपाय बुधवार को जरूर करें, जाने दूर होंगे बाधाए
गणपति एक ऐसे देवता हैं, जिनकी पूजा करने से जीवन से जुड़ी सभी विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में शुभता बनी रहती है. बुधवार के दिन रिद्धि-सिद्धि के देवता गणपति की पूजा से जुड़ा महाउपाय जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भगवान श्री गणेश जी की पूजा सभी प्रकार से फलदायी है. जिस घर में गणपति का विधि-विधान से पूजन होता है, वहां पर किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती है और घर में सुख-समृद्धि यानी रिद्धि-सिद्धि का आगमन होता है. गणपति की कृपा से घर-परिवार में शुभ-लाभ बना रहता है. गणेश जी बुद्धि के देवता हैं और जब किसी को गणपति से बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है तो वह उनकी कृपा से बुद्धि का सदुपयोग करते हुए ऋद्धि-सिद्धि की प्राप्ति का प्रयत्न करता है. आइए जानते हैं कि बुधवार के दिन गणपति की पूजा के किन उपायों को करने पर उनकी कृपा से जीवन से जुड़ी सभी बाधाएं दूर और मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
दूर्वा से दूर होते हैं सभी दु:ख
गणपति की पूजा में दूर्वा का विशेष रूप से प्रयोग किया जाता है, क्योंकि गणपति दूर्वा को चढ़ाने से शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी मनोकामनाए शीघ्र ही पूरी करते हैं. मान्यता है कि दूर्वा अमृत के समान होती है और कभी भी नष्ट नहीं होती है. भगवान श्री गणेश जी की कृपा बनी रहे इसलिए बुधवार के दिन विशेष रूप से गणपति की पूजा में दूर्वा चढ़ाएं.
शमी से सिद्ध होंगे आपके सारे काम
शमी एक ऐसा पावन पौधा है जिसकी पत्तियां विशेष रूप से भगवान शिव, शनि और गणपति को चढ़ाई जाती हैं. गणपति को शमी की पत्तियां चढ़ाने पर अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है और गणपति का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है. गणपति की शमी से पूजा करने वाले को जीवन में कभी भी हार का सामना नहीं करना पड़ता है. मान्यता है कि भगवान श्री राम ने रावण पर विजय पाने के लिए शमी की पूजा की थी.
पूजा में जरूर चढ़ाएं अक्षत
यदि आप भगवान श्री गणेश को शीघ्र प्रसन्न करना चाहते हैं तो उनकी पूजा में अक्षत का विशेष रूप से प्रयोग करें. अक्षत उस पवित्र चावल को कहते हैं, जो टूटा न हो. मान्यता है कि अक्षत के बगैर गणपति की पूजा अधूरी मानी जाती है.
गणपति को चढ़ाएं ये प्रसाद
भगवान श्री गणेश जी पसंदीदा भोग लड्डू और मोदक है. मान्यता है कि यदि आप गणपति को उनकी पसंद का प्रसाद चढ़ाते हैं तो वे शीघ्र प्रसन्न होकर आप पर अपनी कृपा आप बरसाते हैं.