युवती को हुई एप्लास्टिक एनीमिया, अब डॉक्टरों ने किया बड़ा दावा

जानें क्या है बीमारी

Update: 2021-09-30 05:12 GMT

यूपी के हरदोई जिले की युवती में हार्मोन और खून संबंधित दुर्लभ राबर्टसोनियन ट्रांसलोकेशन जनित एप्लास्टिक एनीमिया बीमारी मिली है। लखनऊ के केजीएमयू में इलाज के दौरान युवती में इस बीमारी का पता चला। केजीएमयू हिमैटोलॉजी विभाग के डॉक्टरों का दावा है कि अमेरिका के बाद इस बीमारी का यह दुनिया में दूसरा मामला है। पहला मरीज करीब 37 साल पहले 1984 में अमेरिका के डॉ. पीटर नावेल ने रिपोर्ट किया था। डॉक्टरों का कहना है कि यह नई बीमारी नहीं है लेकिन चौंकाने वाला है कि जेनेटिक बीमारी राबर्टसोनियन ट्रांसलोकेशन से एप्लास्टिक एनीमिया हुआ। यह केस स्टडी जरनल ऑफ क्लीनिकल एंड डायग्नोस्टिक रिसर्च में प्रकाशित हुआ है।

जीनोम और क्रोमोसोम जांच से खुलासा: किसान की 17 साल की बेटी को अचानक कमजोरी महसूस होने लगी। चलना-फिरना दूभर हो गया था। स्थानीय डॉक्टर से इलाज कराने के बाद राहत नहीं मिली तो परिजन दिसंबर 2019 में युवती को केजीएमयू ले आए। हिमैटोलॉजी विभाग में सीनियर रेजिडेंट रहे डॉ. भूपेंद्र सिंह ने खून से जुड़ी जांच कराई। जांच में एप्लास्टिक एनीमिया की पुष्टि हुई। इसके कारणों का पता लगाने के लिए डॉ. भूपेंद्र ने जीनोम व क्रोमोसोम जांच कराई।

क्या है बीमारी

● राबर्टसोनियन ट्रांसलोकेशन के कारण हार्मोन संबंधित बीमारियां होती हैं। सेक्सुअल ग्रोथ प्रभावित होती है। मरीज बौनेपन का शिकार हो जाता है।

● एप्लास्टिक एनीमिया में बोन मैरों की कोशिकाएं काम करना बंद कर देती हैं जिससे शरीर में खून, प्लेटलेट्स व श्वेत रक्त कणिकाओं की कमी हो जाती है। नतीजतन मरीज में कमजोरी, बार-बार संक्रमण और रक्तस्राव जैसी समस्या होती है।


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