जनसंख्या नियंत्रण कानून: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बड़ा बयान आया

Update: 2022-06-06 10:37 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

पटना: जनसंख्या नियंत्रण कानून के मुद्दे पर बिहार में केंद्र बनाम राज्य के हालात नजर आ रहे हैं. कानून बनाने की वकालत करते हुए एक तरफ जहां केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा है कि सरकार जल्द इस कानून को लेकर आएगी. वहीं, बीजेपी के सहयोगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मुद्दे पर बिल्कुल अलग राय दे रहे हैं.

नीतीश कुमार ने कहा है कि जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाने से कुछ नहीं होगा, बल्कि जरूरी यह है कि जनसंख्या पर नियंत्रण करने के लिए लड़कियों और महिलाओं को शिक्षित किया जाए. ताकि प्रजनन दर में खुद-ब-खुद कमी आए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सोमवार को जनता दरबार के बाद जब केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने के सिलसिले में आए बयान पर सवाल पूछा तो नीतीश असहज हो गए. नीतीश ने कहा कि बिहार में उन्होंने लड़कियों की पढ़ाई पर जोर दिया है. इसकी वजह से बिहार में प्रजनन दर 4.3 से घटकर 3.0 पर आ गई है.
नतीश ने कहा कि इस बात को लेकर हम लोगों ने अध्ययन किया है कि महिलाओं के पढ़ने-लिखने के कारण बिहार में प्रजनन दर घटकर 3.0 पर आ गई है. अगले 5 से 7 सालों में प्रजनन दर को 2.0 तक लाई जा सकती है. केवल कानून बनाने से कुछ नहीं होगा. काम ऐसा किया जाना चाहिए कि यह स्वभाव का हिस्सा बन जाए. उन्होंने आगे कहा कि चीन का जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने के बाद क्या हाल हुआ. यह सबको देख लेना चाहिए.
बता दें कि बिहार में भाजपा के कई नेता लगातार जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की बात करते रहे हैं. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह लगातार जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग उठाते रहते हैं.
पिछले दिनों नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में मंत्री और बीजेपी नेता नीरज कुमार सिंह बबलू ने भी बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की वकालत की थी. हालांकि, जनता दल यूनाइटेड लगातार इस मांग को खारिज करती रही है. जदयू दलील देती है कि सरकार महिलाओं की शिक्षा पर जोर दे रही है, जिसकी वजह से खुद-ब-खुद प्रजनन दर में कमी आ रही है.
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