आतंकी मॉड्यूल मामले में एनआईए की छापेमारी, जानें पूरा अपडेट

Update: 2023-07-02 12:02 GMT
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले साल बिहार में भंडाफोड़ किए गए पाकिस्तान स्थित संदिग्धों द्वारा संचालित 'गजवा-ए-हिंद' आतंकी मॉड्यूल की जांच के तहत रविवार को तीन राज्यों में कई स्थानों पर छापेमारी की। अधिकारी ने कहा कि कुल पांच स्थानों पर छापेमारी की गई। बिहार के दरभंगा में एक और पटना में दो, तथा सूरत (गुजरात) और बरेली (उत्तर प्रदेश) में एक-एक स्‍थान पर छापेमारी की गई है।
अधिकारी ने बताया कि उन्होंने छापेमारी के दौरान डिजिटल डिवाइस (मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड), सिम कार्ड और दस्तावेज सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। अधिकारी ने कहा, "यह मामला बिहार पुलिस द्वारा फुलवारी शरीफ के मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर की गिरफ्तारी के बाद सामने आया। स्‍थानीय पुलिस ने 14 जुलाई 2022 को मामला दर्ज किया था। एनआईए ने 22 जुलाई 2022 को जांच अपने हाथ में ली। मरगूब पर 6 जनवरी को आईपीसी और यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप तय किए गए थे।''
अधिकारी ने कहा कि आरोपी उस मॉड्यूल का सदस्य पाया गया जो पाकिस्तान स्थित गुर्गों द्वारा संचालित था और जिसका उद्देश्य भारतीय क्षेत्र में गजवा-ए-हिंद की स्थापना के लिए प्रभावशाली युवाओं को कट्टरपंथी बनाना था। जांच से पता चला कि मरगूब एक वाट्सएप ग्रुप 'गज़वा-ए-हिंद' का एडमिन था, जिसे ज़ैन नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक ने बनाया था। उसने आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए देश में स्लीपर सेल स्थापित करने के उद्देश्य से कई भारतीयों, पाकिस्तानियों, बांग्लादेशियों और यमनी नागरिकों को समूह में जोड़ा था।
आरोपी ने वाट्सएप, टेलीग्राम और बीआईपी मैसेंजर पर 'गज़वा-ए-हिंद' के विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप बनाए थे। उसने 'बीडीग़ज़वा ए हिंदबीडी' के नाम से एक और वाट्सएप ग्रुप भी बनाया था और इसमें बांग्लादेशी नागरिकों को जोड़ा था।
जांच से पता चला कि मामले में शामिल विभिन्न संदिग्ध पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स के संपर्क में थे और गजवा-ए-हिंद के विचार का प्रचार करने में शामिल थे। एनआईए की छापेमारी रविवार को तीन राज्यों में इन संदिग्धों के ठिकानों पर की गई। अधिकारियों ने कहा कि मामले में आगे जांच जारी है।
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