जामा मस्जिद सर्वे: बवाल में 2 लोगों की मौत, सभी बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद
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संभल: यूपी के संभल में जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुए बवाल में दो लोगों की मौत हो गई है. जिले के एसपी ने इसकी पुष्टि कर दी है. उन्होंने कहा कि इस घटना में दो लोगों की जान चली गई है.
दरअसल शनिवार की सुबह जब कोर्ट के आदेश पर टीम सर्वे करने पहुंची तो स्थानीय लोगों ने पथराव शुरू कर दिया जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले दाने पड़े थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी शुरू कर दी. घटना के दौरान एसपी समेत कई पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए.
संभल में पथराव की घटना पर एसपी कृष्ण कुमार ने कहा, 'पत्थरबाजों ने पुलिसकर्मियों की गाड़ियों में आग लगाकर उन्हें निशाना बनाने की कोशिश की है. उनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. ड्रोन से वीडियोग्राफी की गई है. सीसीटीवी कैमरों की मदद से इन सभी लोगों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
संभल में कोर्ट के आदेश पर हो रहे सर्वे के दौरान तनाव फैलने के बाद मौके पर मुरादाबाद के डीआईजी मुनिराज के साथ-साथ बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा को भी वहां भेजा गया है. इसके अलावा पीएसी की तीन कंपनियों की भी पूरे इलाके में तैनाती कर दी गई है.
बता दें कि शनिवार की सुबह साढ़े सात बजे से लेकर दस बजे तक मस्जिद में हुए सर्वे के बाद एडवोकेट कमिश्नर का काम पूरा हो गया है. पूरे सर्वे की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई गई है. एडवोकेट कमिश्नर इस मामले में 29 नवबंर को अपनी रिपोर्ट देंगे.
जो रिपोर्ट एडवोकेट कमिश्नर देंगे उसमें बताया जाएगा कि सर्वे के दौरान वहां क्या-क्या मिला. इसको लेकर विवाद इसलिए हो रहा है क्योंकि हिंदू पक्ष ने दावा किया है ये मुगलकालीन मस्जिद एक प्राचीन हिंदू मंदिर के स्थल पर है. इस दावे के बाद कोर्ट के आदेश पर दूसरी बार वरिष्ठ वकील विष्णु शंकर जैन की अगुवाई में टीम सर्वे करने के लिए जामा मस्जिद के अंदर गई थी.
वहीं सर्वे को लेकर बवाल बढ़ने के बाद अखिलेश यादव ने इसको लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने इस पर सवाल उठाते हुए कहा, 'जब सर्वे हो चुका था तो दोबारा क्यों कराया, वो भी सुबह-सुबह, कोई दूसरे पक्ष को सुनने वाला नहीं है. यह इसलिए किया गया है ताकि चुनाव को छोड़कर किस बात पर चर्चा हो यह वो (बीजेपी) तय कर सकें.
पूर्व सीएम ने कहा, 'संभल में जो हुआ है वह बीजेपी और प्रशासन ने मिलकर किया है जिससे चुनाव की बेईमानी पर चर्चा न हो सके. सच्ची जीत लोक से होती है तंत्र से नहीं. यहां लोगों को वोट नहीं डालने दे रहे हैं और तंत्र को आगे कर रहे हैं.'