उत्तर प्रदेश। मुजफ्फरनगर से वीडियो वायरल हुआ है जहां अहलावत परिवार ने घर की इकलौती बेटी की शादी से पहले घुड़चढ़ी करवाई. ऐसा करके उन्होंने सदियों पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए लोगों को संदेश दिया कि बेटियां बेटों से कम नहीं होती हैं. दरअसल, घर में बेटा न होने के कारण परिवार ने बेटी की शादी में ही सभी अरमान पूरे किए.
आमतौर पर विवाह समारोह में चढ़त के समय दूल्हों की ही घुड़चढ़ी होती है. लेकिन मुजफ्फरनगर जनपद के खतौली कस्बे में इस रिवाज को तोड़ा गया. बता दें कि यहां की जगत कॉलोनी के रहनेवाले पिंटू अहलावत व पूनम अहलावत की इकलौती बेटी सिमरन है. सिमरन का कोई भाई नहीं है. तो बेटे की शादी के जितने अरमान माता-पिता ने संजोये थे, उन्हें पूरा करने के लिए उन्होंने सिमरन से उसकी शादी में घुड़चढ़ी करवाई.
बग्गी में सवार सिमरन को देखने के लिए हुजूम उमड़ पड़ा. भीड़ गानों की धुन पर थिरक रही थी. वहीं, परिवार और आसपास के लोगों को नाचते देख दुल्हन सिमरन भी खुद को रोक नहीं पाई और बग्गी पर बैठे-बैठे ही जमकर नाचती रही. सिमरन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई मुजफ्फरनगर से पूरी की. फिर नौकरी करने दुबई चली गई. अब सिमरन के हाथ पीले कर पिता के आंगन से ससुराल की दहलीज पर पहुंचने की रस्म अदा की गई. दुल्हन सिमरन का कहना है कि मेरे माता पिता ने मुझे लड़के की तरह पाला-पोसा है. आज मेरी शादी में भी लड़के की तरह ही मुझसे भी घुड़चढ़ी कराई गई है. सिमरन ने कहा कि कभी भी लड़का-लड़की में फर्क नहीं करना चाहिए.
सिमरन के पिता पिंटू अहलावत ने बताया कि हमने कभी अपनी बेटी को बेटे से कम नहीं समझा. उसे पढ़ाया-लिखाया. बेहतर परवरिश की. अब वह दुबई में नौकरी कर रही है. हमारा कोई बेटा नहीं है. हम तो बेटी को ही बेटा मानते हैं और उसकी शादी में ही अपने सारे अरमान पूरे कर रहे हैं.