Baarish के लिए देवताओं के दर पर किसान

Update: 2024-07-18 10:46 GMT
Bharmour. भरमौर। जनजातीय क्षेत्र भरमौर के कई हिस्सो में ड्राई स्पैल लंबा चलने के चलते नकदी फसलों पर सूखे की मार पडऩे शुरू हो गई है। राजमाह, माह, मक्की समेत अन्य नकदी फसलें सूर्यदेव की तविश से झुलसने लगी है। लिहाजा खेतों में लंबे समय से पड़े सूखे से राहत के लिए अब क्षेत्र के किसान मंदिरों की ओर रूख करने लगे हैं और अपने अराध्य देवताओं से बारिश की मन्नतें मान रहे है। कुल-मिलाकर आगामी दिनों में भी क्षेत्र में बारिश नहीं होती है, तो किसानों की पूरी मेहनत प्रचंड गर्मी की भेंट चढ़ जाएगी और खेतों से बीज भी नहीं निकल पाएगा। उल्लेखनीय है कि जनजातीय क्षेत्र भरमौर में लंबे समय से बारिश न होने के चलते सूखे की स्थिति बनी हुई है। इसके चलते खेतों में किसानों की फसल भी मुरझाने लगी है। हालात यह है कि क्षेत्र के कई हिस्सों में खेत पूरी तरह से बेजान पड़ गए है और फसल पर सूखे की मार साफ देखने को मिल रही है। क्षेत्र के किसानों का कहना है कि क्षेत्र में इन दिनों गर्मी पड़ रही है और लंबे समय से बारिश न होने के चलते नकदी फसलों को सूखे ने
अपनी चपेट में ले लिया है।

उनका कहना है कि क्षेत्र में काफी समय बाद ऐसा मौका आया है, जब बारिश न होने के कारण फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई है। उनका कहना है कि आगामी दिनों में भी बारिश नहीं होती है, तो उनकी सारी मेहनत मिट्टी में ही मिल जाएगी और बीज डाल कर खेतों से बीज भी नहीं मिल पाएगा। उधर, क्षेत्र के लंबे समय से बारिश न होने के चलते स्थानीय लोग अब देवी-देवताओं की शरण में पहुंच कर बारिश की मिन्नतें मांग रहे है। ग्राम पंचायत कुलेठ के गुवाड़ के ग्रामीण एकत्रित होकर बारिश के देवता तांलग भगवान की शरण में पहुंचे है। उनका कहना है कि जब-जब क्षेत्र में सूखे की स्थिति बनी है, बारिश के देवता के दरबार में हाजिरी भरने पर उनकी बारिश की मन्नत पूरी हुई हैं। लिहाजा उन्हें आस है कि दो-तीन दिनों के भीतर क्षेत्र में बारिश होगी। इधर, क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी लोग बारिश के लिए देवी-देवताओं के दरबार में हाजिरी भर रहे हैं। कुल-मिलाकर ड्राई स्पैल लंबा चले जाने के चलते क्षेत्र में फसलें खेतों में ही सूखने के कगार पर पहुंच गई है।
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