BIG BREAKING: गोंडा रेल हादसे में मृतकों के परिजनों को मिलेगा 10 लाख का मुआवजा

रेलवे ने किया बड़ा ऐलान

Update: 2024-07-18 13:26 GMT
Gonda. गोंडा। गोंडा ट्रेन दुर्घटना मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है। सीआरएस जांच के अलावा, उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
यूपी के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ रेल हादसा मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. ट्रेन के लोको पायलट ने दावा किया है कि उन्होंने हादसे से पहले धमाके के आवाज सुनी थी. रेलवे के सूत्रों के मुताबिक लोको पायलट का नाम त्रिभुवन है, जिन्होंने ये दावा किया है. इसके बाद अब रेलवे ने साजिश के एंगल से भी जांच शुरू कर दी है. वहीं न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे एक यात्री ने भी दावा करते हुए बताया, "मुझे हाजीपुर जाना था. (घटना से पहले) हल्का विस्फोट हुआ और उसके बाद एक जोरदार झटका महसूस हुआ और हमारा कोच पटरी से उतर गया. हम चंडीगढ़ से आ रहे थे."
दरअसल, गुरुवार दोपहर उत्तर प्रदेश के गोंडा-मनकापुर रेल रूट पर मोतीगंज-झिलाही स्टेशनों के बीच चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही 15904 चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई. यह हादसा दोपहर 2:37 बजे के करीब उस वक्त हुआ जब ट्रेन चंडीगढ़ से चलकर डिब्रूगढ़ की तरफ जा रही थी. इस हादसे में ट्रेन के एसी डिब्बे डिरेल होकर पलट गए. हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं।


हादसे के बाद एक तरफ जहां राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ इस रूट से गुजरने वाली कुछ ट्रेनों का रूट डायवर्जन कर दिया गया है. साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए अलग-अलग स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. रेल मंत्रालय ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का भी ऐलान कर दिया है. रेल मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है। सीआरएस जांच के अलावा, उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रेल हादसे का संज्ञान लिया है. उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए दिए गए हैं. सीएम के निर्देश पर आसपास के जिलों के सभी अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी को अलर्ट मोड पर रखा गया है. एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची है और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है. वहीं यूपी सरकार और असम सरकार आपस में सपर्क में हैं. उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि इस दुर्घटना में 20 लोग घायल हुए हैं. 40 सदस्यीय मेडिकल टीम और 15 एंबुलेंस मौके पर हैं और और मेडिकल टीमें और एंबुलेंस वहां भेजी जा रही हैं. बचाव अभियान की निगरानी के लिए वरिष्ठ रेलवे और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी लखनऊ से करीब 150 किलोमीटर दूर घटनास्थल पर हैं।
Tags:    

Similar News

-->