BIG BREAKING: चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस हादसे को लेकर बड़ी खबर...
बड़ी खबर
Gonda. गोंडा। यूपी के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ रेल हादसा मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. ट्रेन के लोको पायलट ने दावा किया है कि उन्होंने हादसे से पहले धमाके के आवाज सुनी थी। रेलवे अधिकारियों के अलावा पुलिस प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची है. मेडिकल टीम को भी बुलाया गया है और डिब्बों में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. हादसे के बाद रूट पर आने वाली ट्रेनें बाधित हो गई है. हादसे में दो बोगियां पूरी तरह पटरी से उतर गईं. वहीं पटरियां भी उखड़ गई. लोग बड़ी मुश्किल से दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन से बाहर निकले।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रेल हादसे का संज्ञान लिया है. उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए. पुलिस के अनुसार, डिब्रूगढ़ जा रही पैसेंजर ट्रेन के कुछ डिब्बे मोतीगंज और झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच पटरी से उतर गए. बचाव अभियान की निगरानी के लिए रेलवे और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
जो ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हुई है, उसका नंबर 15904 है. एक यात्री ने बताया कि हादसा दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ. चंडीगढ़ से ट्रेन चली थी और गोंडा से करीब 20 किलोमीटर आगे ये हादसा हुआ. गोंडा ट्रेन हादसे की लखनऊ से मॉनिटरिंग हो रही है. ACS गृह और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य हादसे की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. राहत आयुक्त को भी कोऑर्डिनेशन में लगाया गया है. घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा के निर्देश दिए गए हैं. इस रूट पर 2 ट्रेनें रद्द की गई हैं, जबकि 11 ट्रेनें डायवर्ट की गईं हैं. रेल हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. वहीं, रेल यात्रियों की मदद और अन्य जानकारी के लिए रेलवे द्वारा हेल्पलाइन नम्बर जारी किए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। गोंडा-गोरखपुर रेलमार्ग पर मोतीगंज के पास चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की पांच बोगियां पलट गईं, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोगों के घायल होने की आशंका है। घायलों को रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा ट्रेन दुर्घटना पर दुख जताया। साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने और घायलों को शीर्ष प्राथमिकता के साथ अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के लिए निर्देश दिए हैं।
वहीं रेलवे की राहत एवं बचाव टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। पूर्वात्तर रेलवे ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। साथ ही रेल यात्रियों की मदद के लिए हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया गया है। बोगियों के पटलने के बाद चारों चीख-पुकार मच गई। घायल लोग दर्द से कराह रहे थे। साथ ही अपनों की खोज के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। हादसे की सूचना पाकर मौके पर तुरंत पुलिस पहुंची और जिला प्रशासन स्तर के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंचने लगे। घायलों को तुरंत उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।