Lakh रुपए खर्च करने के बाद भी मानसून के पहले ही हफ्ते में आई दरारें

Update: 2024-07-15 11:51 GMT
Mcleodganj. मकलोडगंज। धर्मशाला-मकलोडगंज सडक़ लगातार बारिश के चलते एक बार फिर धंसना शुरू हो गई है। इससे सडक़ पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई है। वहीं इस क्षेत्र में भू-स्खलन का खतरा भी बेहद ज्यादा बढ़ चुका है। बरसात के दिनों में इस सडक़ पर हर साल भू-स्खलन होना आम बात हो चली है। भू-स्खलन होने के कारण यहां वाहन चालकों सहित यहां से गुजरने वालों में भी भय का माहौल रहता है। प्रदेश के कांगड़ा घाटी में बीते एक सप्ताह से लगातार भारी बारिश का दौर जारी है, जिसके कारण जिला मुख्यालय धर्मशाला का अपर धर्मशाला जिसे ग्लोबल सिटी मकलोडगंज के नाम से भी जाना जाता है। धर्मशाला-मकलोडगंज सडक़ जिसे पिछले साल अपग्रेड और पक्का किया गया था, लेकिन एक बार फिर यह सडक़ जगह-जगह धंस गई है और
गहरे गड्ढे हो गए हैं।

उधर नेशनल हाईवे के जूनियर इंजीनियर विवेक ने बताया कि मकलोडगंज मार्ग में हाल ही की बारिशों से नुकसान हुआ है। मकलोडगंज सडक़ में कई स्थानों पर धंस रही हैं, जिससे सडक़ में दरारें पड़ रही है। उन्होंने बताया कि नुकसान का आंकलन करके अनुमानित बजट बनाया जाएगा। जल्द ही इस मार्ग की टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी और सडक़ को दुरुस्त किया जाएगा। कोतवाली बाजार से मकलोडगंज जाने वाले मार्ग में पिछले साल मानसून के दौरान हुए नुकसान के बाद सरकार और प्रशासन द्वारा लाखों रुपए खर्च करके क्षतिग्रस्त सडक़ को दुरुस्त किया था लेकिन इस साल मानसून के पहले ही सप्ताह धर्मशाला-मकलोडगंज मार्ग पर पिछले साल लगाए गए डंगों में दरारें पड़ गई हैं और कई स्थानों पर सडक़ भी धंस गई है। इसके चलते वाहनों को यहां पर जब जोरदार जंप लग रहा है तो उससे गाड़ी भी अनियंत्रित हो रही है। इस कारण यहां पर हादसे का अंदेशा भी बन गया है। हैरानी वाली बात यह है कि सरकार के लाखों रुपए खर्च करने के बाद यह डंगे आखिरकार इस बरसात की शुरुआत में ही कैसे धंसने लग गया। इससे हर किसी के जहन में एक ही बात आ रही है कि इसमें गुणवत्ता का कोई ध्यान नहीं रखा गया और खानापूर्ति करने के लिए डंगा लगा दिया गया।
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