मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया श्रीकृष्ण बलराम मंदिर का लोकार्पण
पढ़े पूरी खबर
मथुरा के वृंदावन में बुधवार सुबह हेलीपैड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगवानी भक्ति वेदांत गुरुकुल के डायरेक्टर लक्ष्मीधर बेहरा, सुरपति प्रभु ने पुष्प भेंटकर की। हेलीपैड से योगी आदित्यनाथ सीधे नवनिर्मित कृष्ण बलराम मंदिर पहुंचे। योगी ने फीता काटकर मंदिर का लोकार्पण किया। कृष्ण बलराम मंदिर में पूजा अर्चना कर दर्शन किए और इस्कॉन के चेयरमैन कृष्ण गोपाल स्वामी महाराज से भेंटकर आशीर्वाद लिया।
इस्कॉन संस्था द्वारा बनवाए गए भगवान श्रीकृष्ण और उनके भाई बलराम के मंदिर में तमाम खासियतें हैं। 100 एकड़ जमीन में से 500 वर्ग गज में 100 फीट ऊंचा मंदिर बना है। इस्कॉन के भक्ति वेदांत गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल के परिसर में बने इस मंदिर में कृष्ण बलराम के अलावा इस्कॉन के संस्थापक एसी भक्ति वेदांत प्रभुपाद की भी प्रतिमा स्थापित की गई है। प्रवेश के लिए 25 फीट ऊंची सीढ़ियां चढ़ने के बाद मंदिर का जगमोहन है। यहां गुरुकुल स्कूल, हॉस्टल, गोशाला के अलावा डेयरी प्लांट भी है।
श्रीकृष्ण बलराम मंदिर के बाहर लाल तो अंदर सफ़ेद मार्बल का प्रयोग किया गया है। गुरुकुल संस्था के कोआर्डिनेटर सुरपति दास ने बताया कि यहां द्वापर में भगवान श्री कृष्ण ने बकासुर नाम के राक्षस का वध किया था। यह जमीन बंजर थी लेकिन इस्कॉन के भक्तों ने अथक प्रयास कर इस जमीन को हरा भरा बना दिया। सुरपति दास ने बताया कि इसमें राजस्थान का पत्थर लगा है। मंदिर को बनाने की शुरुआत तीन वर्ष पहले हुई थी
मंदिर के लोकार्पण के बाद सीएम योगी ने गुरुकुल की गोशाला का भी अवलोकन किया, यहां भारतीय नस्ल की गायों की उत्तम सेवा देखकर योगी मंत्रमुग्ध हो गए। इस दौरान उन्होंने गो माता की पूजा भी की। गुरुकुल के डायरेक्टर लक्ष्मीधर बेहरा ने इस्कॉन के संस्थापक श्रील प्रभुपाद जी के उद्देश्य और संकल्प पर प्रकाश डाला। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि निकट भविष्य में यहां एक वैदिक यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी, जिससे विद्यार्थी प्राचीन शिक्षा पद्धति के साथ आधुनिक शिक्षा ग्रहण कर देश को अपने धर्म और संस्कृति से जोड़ने में अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करेंगे।
इस्कॉन के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी ने वैदिक संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्वयं को सुधारने के बाद ही समाज को सुधारा जा सकता है और यदि समाज को सुधारना है तो हमें श्रीमद्भागवत गीता का आश्रय लेना होगा। गीता को शिक्षा के पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप से लाना होगा, भारतवर्ष की नितांत आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि 1976 में गुरुकुल की स्थापना हुई थी आज प्रभुपाद जी का सपना एक विशाल गुरुकुल के रूप में साकार हुआ है।
सीएम योगी ने ब्रज के विरक्त संत विनोद बाबा को फोन कर उनका हालचाल लिया। करीब छह मिनट हुई बात में संत विनोद बाबा ने सीएम योगी को बरसाना क्षेत्र में चिकित्सा को लेकर चिंता जताई। बाबा ने कहा कि बरसाना में चिकित्सा की कोई बेहतर व्यवस्था नहीं है। लोगों को इलाज के लिए कोसी, मथुरा भटकना पड़ता है। इस पर योगी ने बाबा को आश्वासन दिया कि जल्द बरसाना में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होंगी।