Hamirpur. हमीरपुर। सस्ते राशन के डिपुओं में अनऑथराइज्ड सरसों तेल बेचने का मामला सामने आया है। हमीरपुर जिला के बड़सर उपमंडल के एक डिपो में राशनकार्ड धारकों को घटिया सरसों तेल वितरित कर दिया गया है। इसके सेवन से लोग बिमार हो रहे हैं। ऐसे में लोगों ने इस तेल का इस्तेमाल करना छोड़ दिया है और सरसों तेल के पैकेट को संबंधित डिपो संचालक को सौंप दिया है। राशनकार्ड धारकों ने विभाग व प्रदेश सरकार से इसकी जांच करनी की गुहार लगाई है, ताकि लोग बीमार होने से बच सकें। बताया जा रहा है कि कुछेक डिपोधारक अधिक प्रोफिट के चक्कर में अनऑथराइज्ड सरसों तेल व रिफाइंड खुले बाजार से खरीदकर राशनकार्ड धारकों को वितरित कर रहे हैं, जबकि सिविल सप्लाइज कारपोरेशन की ओर से मुहैया करवाया जा रहा सरसों तेल व रिफाइंड तेल के कोटे को नहीं खरीद रहे हैं। कुछ इसी तरह का मामला हमीरपुर जिला के बड़सर उपमंडल के एक डिपो में देखने को मिला है। डिपोधारक ने जून माह में जो सरसों तेल राशनकार्ड धारकों को वितरित किया है, वह काफी घटिया किस्म का तेल है।
लोगों की मानें, तो पैकेट खोलते ही गंदी बदबू आ रही है और तेल भी काफी मटमैला है। बोतल में डालने के उपरांत सरसों तेल घी की तरह जम रहा है। यही नहीं, गर्मी के हाई टेंपरेचर में भी सरसों तेल जम जाना हैरान करने वाला है। लोगों का कहना है कि इसके सेवन से पेट खराब होना, टांगों में दर्द और दिल की धडक़न तेज हो रही है। ऐसे में गांव के बच्चे-बूढ़े बीमार हो रहे हैं। लोगों ने अब घटिया तेल के पैकेट और तेल डिपो संचालक को सौंप दिए हैं। डिपो संचालक ने राशनकार्ड धारकों को जून माह में दो-दो पैकेट सरसों तेल के वितरित किए थे। बड़सर उपमंडल के शिकायतकर्ता सुरजीत सिंह का कहना है कि जून माह मेें डिपो संचालक ने सभी राशनकार्ड धारकों को सरसों तेल के दो-दो पैकेट दिए थे। जब उन्होंने सरसों तेल के पैकेट को घर पर जाकर खोला, तो उसके अंदर से गंदी बदबू आ रही थी और तेल भी मटमैला था। तेल को बोतल में डालकर छोड़ दिया गया। अगले दिन जब वह खाने मेें तेल डालने लगे, तो तेल की आधी बोतल जम गई थी। ऐसे में उन्हें शक हुआ कहीं न कहीं यह तेल घटिया है। जब उन्होंने आस-पास के लोगों से भी तेल के बारे में पूछा, तो उन लोगों का तेल भी काफी मटमैला और घटिया था।