BREAKING: प्रेमिका से नाराज़ होकर प्रेमी ने लगा ली फांसी

बड़ी खबर

Update: 2024-08-05 16:11 GMT
Jhansi: झांसी। प्रेमिका द्वारा रिश्ता तोड़ने से नाराज प्रेमी ने फाँसी लगाकर जान दे दी। दोनों के बीच एक साल से प्रेमप्रसंग चल रहा था। मृतक अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था मगर प्रेमिका के परिजन तैयार नहीं थे। आरोप है कि एक दिन प्रेमिका के पिता ने प्रेमी को धमकी देकर मुकदमा दर्ज करने की धमकी भी दी थी। सूचना पर गई पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। कोतवाली थाना क्षेत्र के बड़ागांव गेट बाहर मोहल्ले में मनोज बाल्मीकि परिवार समेत रहता है। एक साल पहले मनोज के पुत्र मृदुल और मयंक को रोजगार मेले के जरिए शौरुम में नौकरी मिल गई थी। दोनों ठीक से नौकरी कर रहे थे। परिजनों के मुताबिक इसी दौरान वहां काम करने वाली एक युवती से मृदुल की दोस्ती हो गई। ये दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई। दोनों मिलने-जुलने लगे थे। इस रिश्ते के बारे में युवक ने अपने परिजनों को जानकारी दे दी थी, लेकिन, युवती के परिवार वालों को पता नहीं था। कुछ समय पहले दोनों ऋषिकेश और अन्य जगह भी घूमने गए थे। परिजनों ने बताया कि दोनों शादी करने वाले थे। युवती मृदुल के साथ भागने को भी तैयार थी, लेकिन मृदुल ने मना कर दिया था। उसने परिवार से भी कह दिया था कि दो साल बाद ही शादी करेंगे।

ज्वैलरी से लेकर महंगे गिफ्ट भी प्रेमिका ने लिए थे। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन प्रेमिका दूसरे जाति की थी। परिजनों ने बताया कि कुछ समय पहले युवती के परिजनों को रिश्तों के बारे में जानकारी हुई थी। तभी से परिवार मृदुल को धमका रहा था। कुछ दिन पहले युवती के पिता ने फोन कर मृदुल को धमकाया कि केस दर्ज करा देंगे। साथ ही युवती ने फोन ले लिया। ताकि बातचीत न हो पाए। इस पर प्रेमिका ने भी दूरी बनानी शुरु कर दी थी। मृतक के भाई ने बताया कि कुछ समय पहले दोनों भाइयों ने शोरुम से नौकरी छोड़ दी थी। अब एक कार शोरुम पर इंटरव्यू दिया था। दोनों भाइयों का सिलेक्शन हो गया था। सोमवार को पहले दिन दोनों को नौकरी पर जाना था। घर के पास बने दूसरे घर में मृदुल चला गया था। जब वह बाहर नहीं आया तो ड्यूटी पर चलने के लिए फोन लगाया। काफी बार कॉल लगाया, लेकिन फोन रिसीव नहीं किया। घर पर गया तो कमरे में मृदुल फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। तत्काल उसे नीचे उतारा गया औऱ मेडिकल कालेज ले गए। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृदुल की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है। उसके पिता मनोज बाल्मीकि नगर निगम में डाक वाहक के पद पर कार्यरत है। सुबह वह ड्यूटी जा चुके थे। बेटे के फोन करने पर वह घर आए थे। दो भाइयों में मृदुल छोटा था, जबकि मयंत बड़ा था। एक बहन की शादी हो चुकी है।
Tags:    

Similar News

-->