तजिंदर पाल बग्गा को अदालत से बड़ी राहत, पढ़े जब केजरीवाल ने कहा था- कौन है तेजिंदर बग्गा?
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) युवा मोर्चा के नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा इन दिनों सुर्खियों में छाए हुए हैं। पंजाब पुलिस उन्हें उनके घर से गिरफ्तार करके ले गई थी, लेकिन दिल्ली पुलिस उन्हें हरियाणा से छुड़ा लाई। साथ ही पंजाब पुलिस के खिलाफ एक अपहरण का केस भी दर्ज किया। हल ही में रिलीज हुई बहुचर्चित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल का उन्होंने विरोध किया था। इसके बाद जब एक टीवी इंटरव्यू में उनसे बग्गा के बयान पर जवाब मांगा गया तो उन्होंने पहचानने तक से इनकार कर दिया था। आपको बता दें कि बग्गा ने आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पर भी कश्मीर फाइल्स पर एक पोस्टर भी चिपका दिया था।
आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की पुलिस की बग्गा की गिरफ्तारी के लिए पसीने छूट रहे हैं। पहले दिल्ली पुलिस ने उनके कब्जे से बग्गा को आजाद कराया। उसके बाद मोहाली की एक अदालत ने उनके खिलाफ फिर एक वारंट निकाला। हालांकि, अब पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक लगा दी है।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने आधी रात सुनवाई करते हुए भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। अदालत ने शनिवार रात निर्देश दिया कि तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ कोई दंडात्कम कदम न उठाया जाए। इससे पहले दिल्ली भाजपा के नेता ने मोहाली की एक अदालत द्वारा दिन में जारी गिरफ्तारी वारंट पर रोक लगाने की मांग को लेकर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। न्यायमूर्ति अनूप चितकारा ने देर रात अत्यावश्यक आधार पर बग्गा की याचिका पर अपने आवास पर सुनवाई की। बग्गा के वकील चेतन मित्तल ने उच्च न्यायालय के आदेश पर कहा कि 10 मई तक कोई दंडात्मक कदम नहीं।
पंजाब पुलिस ने भड़काऊ बयान देने, दुश्मनी को बढ़ावा देने और आपराधिक धमकी देने के आरोप में तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मोहाली के निवासी आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सनी अहलूवालिया की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया था। एक अप्रैल को दर्ज प्राथमिकी में 30 मार्च की बग्गा की टिप्पणी का उल्लेख है, जो उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर भाजपा युवा मोर्चे के विरोध प्रदर्शन के दौरान की थी। बग्गा के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 153-ए, 505 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
बग्गा को पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था। हालांकि बग्गा को पंजाब ले जा रहे पुलिसकर्मियों को हरियाणा में रोक लिया गया था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस उन्हें वापस दिल्ली ले आई थी।
तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 16 साल की उम्र में ही कर दी थी। उस समय बीजेपी युवा मोर्चा से जुड़े। बग्गा 'भगत सिंह क्रांति सेना' के संस्थापक सदस्य भी हैं। 23 साल की उम्र में वह युवा मोर्चा के सबसे कम उम्र के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बने। 2017 में उन्हें दिल्ली बीजेपी का प्रवक्ता बनाया गया। उन्हें दिल्ली की हरिनगर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ाया गया, लेकिन उन्हें AAP प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा।