असम-मिजोरम बॉर्डर झड़प में 6 जवान शहीद, अस्‍पताल में घायलों से मिले CM हिमंत बिस्‍वा सरमा

असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद सोमवार को खूनी संघर्ष में तब्‍दील हो गया.

Update: 2021-07-27 04:27 GMT

फाइल फोटो 

 जनता से रिश्ता वेबडेस्क। असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद सोमवार को खूनी संघर्ष में तब्‍दील हो गया. जिसमें दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई और असम पुलिस के 6 जवानों की मौत हो गई. जबकि एक एसपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं. असम के मुख्‍यमंत्री हिमंत बिस्‍वा सरमा ने मंगलवार को असम-मिजोरम सीमा संघर्ष में घायल हुए पुलिसकर्मियों से सिलचर मेडिकल कॉलेज में मुलाकात की.

मिजोरम ने एक नया सशस्‍त्र शिविर भी किया स्‍थापित

साथ ही मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मिजोरम मुद्दे पर असम सरकार का एक बयान भी रीट्वीट किया है. बयान में असम सरकार ने कहा कि मौजूदा समझौतों और यथास्थिति के एक और उल्लंघन में मिजोरम ने असम में रेंगती बस्ती की ओर एक सड़क का निर्माण शुरू कर दिया और लैलापुर क्षेत्र में इनर लाइन रिजर्व फॉरेस्ट को नष्ट कर दिया. इसके साथ ही, मिजोरम पक्ष ने उसी क्षेत्र में सीआरपीएफ के शिविर के बगल में एक पहाड़ी पर एक नया सशस्त्र शिविर भी स्थापित किया.

असम सरकार की ओर से कहा गया कि स्थिति को फैलाने और मामलों को सुलझाने के प्रयास में एक आईजीपी, डीआईजी, डीसी कछार, एसपी कछार और डीएफओ कछार सहित असम के अधिकारियों की एक टीम सोमवार सुबह मिजोरम पक्ष से यथास्थिति में खलल न डालने का अनुरोध करने के लिए क्षेत्र में गई. दुर्भाग्य से मिजोरम की ओर से बदमाशों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया और उन पर हमला कर दिया, जिसे मिजोरम पुलिस का समर्थन प्राप्त था.
दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लगाए एक दूसरे पर आरोप

इससे पहले मुख्यमंत्रियों ने सोमवार को एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए और एक-दूसरे की पुलिस को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया. दोनों ने केंद्र से मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने ट्विटर पर कहा कि उन्होंने मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा से बात की है और उनकी पुलिस शांति बनाए रखेगी.
जोरामथांगा ने असम पुलिस पर लाठीचार्ज करने और आंसू गैस के गोले छोड़ने के आरोप लगाए जबकि असम की पुलिस ने दावा किया कि मिजोरम से बड़ी संख्या में 'बदमाशों' ने पथराव किया और असम सरकार के अधिकारियों पर हमला किया. असम की बराक घाटी के जिले कछार, करीमगंज और हाइलाकांडी की 164 किलोमीटर लंबी सीमा मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासीब और मामित के साथ लगती हैं. जमीन विवाद के बाद के अगस्त 2020 और इस वर्ष फरवरी में अंतरराज्यीय सीमा के पास संघर्ष हुए.

मिजोरम के पुलिस अधीक्षक‍ ने लगाए ये आरोप
मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक (उत्तरी रेंज) लालबियाकथांगा खियांगते ने कि विवादित क्षेत्र में ऐटलांग नदी के पास कम से कम आठ झोपड़ियों में रविवार की रात साढ़े 11 बजे आग लगा दी गई. उन्होंने बताया कि इन झोपड़ियों में कोई नहीं था. उन्होंने बताया कि ये झोपड़ी असम के नजदीकी सीमावर्ती गांव वायरेंगटे के किसानों की हैं.
असम के स्थानीय लोगों ने आरोप लगाए कि अपराधी लाठी, डंडे, लोहे की छड़ और राइफल लिए हुए थे और उन्होंने ललितपुर में असम पुलिस के कर्मियों पर हमला किया और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसमें उपायुक्त कार्यालय के वाहन भी शामिल थे. जोरामथांगा ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें असम के पुलिसकर्मियों और डंडे लिए हुए युवकों के समूह के बीच संघर्ष हो रहा है.


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