UP: व्यक्ति ने यूएई में बेटी को बचाने के लिए राष्ट्रपति और पीएम से गुहार लगाई
Banda बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली शहजादी को 20 सितंबर के बाद कभी भी यूएई में फांसी दी जा सकती है। 29 वर्षीय महिला चार महीने के बच्चे की हत्या के आरोप में लंबे समय से अबू धाबी जेल में बंद है। शहजादी के पिता शब्बीर ने यहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी बेटी की जान बचाने की गुहार लगाई है। मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगलई गांव निवासी शब्बीर ने मंगलवार को पीटीआई को बताया कि अबू धाबी की अल बटवा जेल में बंद उनकी बेटी शहजादी ने रविवार को जेल से उन्हें फोन कर बताया कि उसे 20 सितंबर के बाद कभी भी फांसी दी जा सकती है। शब्बीर ने कहा कि उन्होंने सोमवार को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी को ईमेल के जरिए पत्र भेजकर अपनी बेटी की जान बचाने की गुहार लगाई है।
शब्बीर ने कहा कि बचपन में शहजादी का चेहरा जल गया था। वह कोविड लॉकडाउन के दौरान ‘रोटी बैंक ऑफ बांदा’ नामक संस्था में काम करती थी, तभी फेसबुक के जरिए उसकी दोस्ती आगरा निवासी उजैर से हुई। उजैर ने नवंबर 2021 में उसे इलाज कराने के बहाने दुबई भेज दिया। उजैर के चाचा फैज और चाची नाजिया, नाजिया की सास अंजुम सहाना बेगम दुबई में रहती हैं। शब्बीर ने कहा, “नाजिया ने एक बेटे को जन्म दिया, जिसकी चार महीने और 21 दिन की उम्र में मौत हो गई और इस बच्चे की हत्या में शहजादी को फंसाया गया है।” उन्होंने कहा, “फिलहाल मेरी बेटी शहजादी अबू धाबी की अल बटवा जेल में बंद है और उसने (शहजादी ने) रविवार को फोन करके मुझे बताया कि उसे 20 सितंबर के बाद कभी भी फांसी दी जा सकती है।” शब्बीर ने कहा कि उन्हें 2023 में मौत की सजा के बारे में पता चला और तब से वह अपनी बेटी की जान बचाने के लिए भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोर्ट के आदेश पर 15 जुलाई 2024 को मटौंध थाने में बेटी को दुबई में बेचने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, लेकिन जांच अधिकारी (आईओ) सब इंस्पेक्टर मोहम्मद अकरम ने जांच में एक भी कदम नहीं उठाया। उन्होंने आईओ पर उजैर से मिलीभगत का आरोप लगाया। इस बीच, जांच अधिकारी (आईओ) मोहम्मद अकरम ने मंगलवार शाम को पीटीआई को बताया कि शहजादी का मामला दुबई से जुड़ा है, जिसमें उजैर, उसके चाचा फैज, चाची नाजिया और नाजिया की सास अंजुम सहाना बेगम आरोपी हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता और आरोपी के बयान दर्ज करने के लिए जल्द ही भारत स्थित दुबई दूतावास से पत्राचार किया जाएगा।