संघ प्रमुख मोहन भागवत गोरक्षपीठ पहुंचे, वैदिक मंत्रोच्चार से हुआ स्वागत, किया दर्शन पूजन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत का मंगलवार को नाथ संप्रदायक की सिद्धपीठ गोरखनाथ मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भव्य स्वागत हुआ।

Update: 2022-03-22 05:25 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत का मंगलवार को नाथ संप्रदायक की सिद्धपीठ गोरखनाथ मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भव्य स्वागत हुआ। उन्होंने विधि विधान से गुरु गोरखनाथ का दर्शन कर पूजन किया। उसके बाद मंदिर परिसर में स्थापित सभी देव विग्रह का दर्शन किया। मंदिर परिसर की समाधि स्थली पर ब्रह्मलीन महंत द्विविजयनाथ एवं ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर भी पूजन कर आशीर्वाद लिया। चार दिवसीय दौरे पर गोरखपुर आए संघ प्रमुख 23 से 27 मार्च तक वाराणसी में रहेंगे।

काशी क्षेत्र के संगठन व जागरण श्रेणी से जुड़े स्वयंसेवकों से संवाद करेंगे। 17 मार्च से 22 मार्च तक चार दिवसीय गोरखपुर प्रवास पर आए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, अपने प्रवास के अंतिम दिन गोरक्षपीठ पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 मार्च को हुई मुलाकात में उन्हें पीठ आने का निमंत्रण दिया था। गोरखनाथ मंदिर में मंदिर के सचिव द्वारिका तिवारी, विरेंद्र सिंह, डॉ प्रदीप राव ने उनका स्वागत किया। कतारबद्ध वेदपाठी बालकों ने वैदिक मंगलाचार से उनका मंदिर परिसर में अभिनंदन किया। उसके बाद उन्होंने वैदिक मंत्रों के बीच गुरु गोरखनाथ का दर्शन कर पूजन किया। अखण्ड ज्योति का भी दर्शन किया। उसके बाद बारी बारी मंदिर परिसर में स्थापित सभी देव विग्रहों का दर्शन कर पूजन किया।
आखिर में समाधि स्थल पर पहुंचे और ब्रह्मलीन महंत द्विविजयनाथ एवं ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर उनका पूजन कर आशीर्वाद लिया।
गोरक्षपीठाधीश्वर कक्ष में अभिनंदन
संघ प्रमुख का गोरक्षपीठाधीश्वर कक्ष में अभिनंदन किया गया। यहां मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमनाथ ने जलपान के बाद उन्हें नाथ संप्रदाय के साहित्य, गोरक्षनाथ मंदिर का प्रसाद और अंगवस्त्र प्रदान कर अभिनंदन किया। पीठाधीश्वर कक्ष में बैठक कर मंदिर में चल रहे लोक कल्याण के कार्यो पर चर्चा भी की।
स्नेह मिलन समारोह शाम 5 बजे
अपने गोरखपुर प्रवास के अंतिम दिन संघ प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार अपराह्न 5 बजे योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृति केंद्र में स्नेह मिलन समारोह को संबोधित करेंगे।
तकरीबन एक हजार की क्षमता वाले सभागार में स्वयंसेवकों एवं उनके परिजनों का समागम होगा। सभी का भोजन भी वहीं होगा। आरएसएस प्रमुख स्वयंसेवकों के साथ ही परिजनों से सीधा संवाद करेंगे। प्रवेश के लिए कार्यक्रम स्थल पर प्रवेशिका का इंतजाम है। सिर्फ 75 रुपये के सहयोग राशि के साथ स्वयंसेवकों का पंजीकरण किया जाएगा।
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