Kanpur: मीडियम मशीन गन का बल्क उत्पादन कानपुर की स्माल आर्म्स फैक्ट्री में शुरू हुआ
"यूरोप ने मांगीं एक मिनट में हजार गोलियां दागने वाली गन"
कानपूर: मैदानी जंग में सैनिकों के बीच आमने सामने की लड़ाई में सबसे घातक हथियार मानी जाने वाली एमएमजी (मीडियम मशीन गन) का बल्क उत्पादन कानपुर की स्माल आर्म्स फैक्ट्री में शुरू हो गया है. अगले तीन वर्षों में 2000 एमएमजी यूरोप को देना है. इसके लिए रक्षा मंत्रालय के डीपीएसयू एडब्ल्यूईआईएल की रक्षा उत्पादन इकाई ने निर्यात ऑर्डर के लिए काम शुरू कर दिया है. 11 किलो की बेहद खास मशीन गन एक मिनट में ताबड़तोड़ 1000 गोलियां दागती है और आसानी से 1.8 मीटर तक अपने दुश्मनों को मार गिराती हैं.
स्माल ऑर्म्स फैक्ट्री को अब तक यह सबसे बड़ा ऑर्डर मिला है. यूरोपीय देश से एग्रीमेंट दिसंबर 2023 में साइन किया गया था. अब हथियारों का उत्पादन तेज हो गया है. इस साल ऑर्डर 225 करोड़ रुपये को पार हो चुका है. पिछले साल 190 करोड़ रुपये तक का ऑर्डर मिला था. एसएएफ की एमएमजी को हासिल करने की चाहत रखने वाले कई यूरोपीय देशों से कंपनी की बात चल रही है. 2000 एमएमजी का ऑर्डर देने के साथ ही दूसरे समझौते पर भी एसएएफ ऑर्डर बनाने लगेगी. लघु शस्त्रत्त् निर्माणी में एके-203, सीक्यूबी कार्बाइन का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावा कई तरह की रिवॉल्वर, ज्वाइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन, एलएमजी बेल्टफेड मशीनगन जैसे एसएएफ के प्रमुख हथियार हैं.
एसएएफ में एमएमजी के निर्यात ऑर्डर का काम तेजी से चल रहा है. अगले तीन वर्षों में यूरोपीय देश को एमएमजी दे दी जाएंगी. कई अन्य देशों से भी एमएमजी समेत अन्य हथियारों को ऑर्डर मिलने की उम्मीद है. -सुरेंद्रपति, जीएम, स्माल आर्म्स फैक्ट्री, कानपुर